Edited By Tanuja,Updated: 15 Sep, 2025 12:44 PM

रूस-यूक्रेन युद्ध अब यूरोप की दहलीज तक पहुंच गया है। बीते हफ्ते पोलैंड और फिर रोमानिया के हवाई क्षेत्र में रूसी ड्रोन घुसपैठ के बाद हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं...
International Desk: रूस-यूक्रेन युद्ध अब यूरोप की दहलीज तक पहुंच गया है। बीते हफ्ते पोलैंड और फिर रोमानिया के हवाई क्षेत्र में रूसी ड्रोन घुसपैठ के बाद हालात बेहद तनावपूर्ण हो गए हैं। इसी के चलते पोलैंड सरकार ने अपनी जमीन पर NATO सैनिकों की तैनाती की मंजूरी दे दी है।यूक्रेन के राष्ट्रपति वोलोडिमिर जेलेंस्की ने रोमानिया की सीमा में रूसी ड्रोन घुसपैठ को युद्ध का विस्तार करार दिया। उन्होंने चेतावनी दी कि आने वाले दिनों में यह लड़ाई अन्य यूरोपीय देशों तक भी फैल सकती है।
पोलैंड के राष्ट्रपति करोल नवरोकी ने कहा कि रूस की हरकतों के बाद देश को मज़बूत सुरक्षा की ज़रूरत है। उन्होंने NATO का आर्टिकल-4 लागू किया और सीमा के पास हेलीकॉप्टर व लड़ाकू विमान तैनात करने का आदेश दिया। इसके साथ ही "ऑपरेशन ईस्टर्न सेंट्री" के तहत पोलिश इलाके में NATO सैनिकों की तैनाती शुरू कर दी गई है।शनिवार को रोमानिया के रक्षा मंत्रालय ने पुष्टि की कि रूस-यूक्रेन युद्ध के दौरान एक ड्रोन उनकी सीमा में दाखिल हुआ।
हंगरी ने भी हालात पर कड़ी निगरानी रखते हुए अपने F-16 विमान अलर्ट पर भेज दिए हैं।हालांकि, रूस ने पोलैंड और रोमानिया में ड्रोन घुसपैठ से साफ इनकार किया है। मॉस्को के प्रवक्ता ने कहा कि ये ड्रोन दरअसल यूक्रेन की ओर से छोड़े गए थे।रूस के यूक्रेन पर आक्रमण (फरवरी 2022) के बाद यह पहली बार है जब NATO ने रूस की सीधी गतिविधियों पर इतनी आक्रामक प्रतिक्रिया दी है। पहले NATO केवल अभ्यास करता दिख रहा था, लेकिन अब हालात यूरोप-रूस टकराव की ओर बढ़ते नजर आ रहे हैं।