Edited By Mehak,Updated: 02 Aug, 2025 10:01 PM

ऑनलाइन गेम की लत एक बार फिर मासूम की जान ले गई। इंदौर के M.I.G. थाना क्षेत्र से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 12 साल के एक बच्चे ने ऑनलाइन गेम के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या करने की खौफनाक कदम उठाया। मृतक आठवीं कक्षा का छात्र था और गेम...
नेशनल डेस्क : ऑनलाइन गेम की लत एक बार फिर मासूम की जान ले गई। इंदौर के M.I.G. थाना क्षेत्र से दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां 12 साल के एक बच्चे ने ऑनलाइन गेम के कारण फांसी लगाकर आत्महत्या करने की खौफनाक कदम उठाया। मृतक आठवीं कक्षा का छात्र था और गेम खेलने का बेहद शौकीन था। इस हादसे के बाद पूरा परिवार सदमे में है।
मां के मोबाइल पर खेल रहा था गेम, कट गए 3000 रुपये
जानकारी के अनुसार, यह घटना 31 जुलाई की है। बच्चा दोपहर के समय अपनी मां के मोबाइल फोन पर ऑनलाइन गेम खेल रहा था। गेम के दौरान अचानक मां के बैंक खाते से 3000 रुपये कट गए। जब मां को इस ट्रांजेक्शन की जानकारी मिली, तो उन्होंने बेटे को समझाया। बच्चे ने कोई जवाब नहीं दिया और चुपचाप अपने कमरे में चला गया।
कमरे में बंद होकर लगा ली फांसी
काफी देर तक जब बच्चे ने दरवाजा नहीं खोला, तो परिजनों को शक हुआ। उन्होंने जब दरवाजा तोड़ा, तो नजारा देखकर घर में चीख-पुकार मच गई। बच्चा पंखे से लटककर आत्महत्या कर चुका था। परिजन उसे तुरंत अस्पताल लेकर भागे, लेकिन तब तक बहुत देर हो चुकी थी। डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया।
एक दिन पहले ही मनाया था जन्मदिन
इस घटना को और भी दुखद बना देता है यह तथ्य कि 30 जुलाई को ही बच्चे का जन्मदिन धूमधाम से मनाया गया था। पूरे परिवार ने खुशी-खुशी दिन बिताया, लेकिन किसी को क्या पता था कि अगले ही दिन घर मातम में बदल जाएगा।
पुलिस जांच में ऑनलाइन गेम की पुष्टि
घटना की सूचना मिलने पर M.I.G. थाना पुलिस मौके पर पहुंची। पुलिस ने शव को पोस्टमार्टम के लिए भेज दिया और मामले की जांच शुरू कर दी है। जांच अधिकारी राजेश जैन ने बताया कि प्रारंभिक जांच में आत्महत्या की वजह ऑनलाइन गेम और बैंक से पैसे कटने की घटना को माना जा रहा है।
परिवार की अपील – बच्चों की मानसिक सुरक्षा के लिए हो कड़े नियम
मृतक के ताऊ ने मीडिया से बात करते हुए सरकार से अपील की है कि बच्चों की मानसिक सेहत और सुरक्षा को देखते हुए ऑनलाइन गेम्स पर सख्त प्रतिबंध लगाया जाए। उन्होंने कहा कि ऐसे गेम्स बच्चों को आक्रामक और असंवेदनशील बना रहे हैं, जिससे इस तरह की दर्दनाक घटनाएं सामने आ रही हैं।