Edited By shukdev,Updated: 06 Dec, 2019 09:53 PM
राज्यसभा में शुक्रवार को एक निजी विधेयक पेश किया गया जिसमें महात्मा गांधी एवं स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीकों का अपमान करने वालों के लिए दंडात्मक प्रावधान किए गए हैं। समाजवादी पार्टी के सदस्य जावेद अली ने राष्ट्रपिता और स्वतंत्रता आंदोलन के...
नई दिल्ली: राज्यसभा में शुक्रवार को एक निजी विधेयक पेश किया गया जिसमें महात्मा गांधी एवं स्वतंत्रता संग्राम के प्रतीकों का अपमान करने वालों के लिए दंडात्मक प्रावधान किए गए हैं। समाजवादी पार्टी के सदस्य जावेद अली ने राष्ट्रपिता और स्वतंत्रता आंदोलन के अन्य प्रतीकों के प्रति अपमान का निवारण विधेयक 2019 उच्च सदन में पेश किया। इस विधेयक में महात्मा गांधी एवं अन्य स्वतंत्रता सेनानियों का अपमान करने वालों को सात साल के दंड का प्रावधान किया गया है।
विधेयक में राष्ट्रपिता के हत्यारों के प्रति सम्मान प्रदर्शित किए जाने का निवारण करने के लिए प्रावधान किए गए हैं। उल्लेखनीय है कि लोकसभा में कुछ ही दिन पहले भाजपा सदस्य प्रज्ञा ठाकुर ने महात्मा गांधी के हत्यारे से जुड़ी एक विवादास्पद टिप्पणी की थी। इस टिप्पणी को लेकर संसद के भीतर एवं बाहर काफी विवाद होने के बाद प्रज्ञा ने अपनी उस टिप्पणी को लेकर लोकसभा में माफी मांगी थी।