Edited By Sahil Kumar,Updated: 03 Nov, 2025 07:19 PM

भारत सरकार जल्द ही e-Aadhaar मोबाइल ऐप लॉन्च करने जा रही है, जिससे नागरिक घर बैठे अपने आधार की जानकारी जैसे पता, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर अपडेट कर सकेंगे। ऐप में AI आधारित वेरिफिकेशन और फेशियल रिकग्निशन जैसी सुरक्षा तकनीकें होंगी। DigiLocker और UMANG...
नेशनल डेस्कः सरकार लगातार अपनी डिजिटल सेवाओं का विस्तार कर रही है और इसी दिशा में एक बड़ा कदम उठाते हुए UIDAI जल्द ही e-Aadhaar मोबाइल ऐप लॉन्च करने वाली है। इस ऐप के जरिए अब नागरिक अपने आधार से जुड़ी जानकारी जैसे पता, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर कुछ ही मिनटों में अपडेट कर सकेंगे। इससे आधार केंद्रों की लंबी कतारों में खड़ा होने की जरूरत खत्म हो जाएगी।
क्यों जरूरी है e-Aadhaar ऐप
अभी तक आधार में बदलाव कराने के लिए लोगों को नजदीकी आधार सेवा केंद्र जाना पड़ता था और दस्तावेज़ की फिजिकल कॉपी जमा करनी पड़ती थी। यह प्रक्रिया समय लेने वाली होने के साथ-साथ दूरदराज के इलाकों में रहने वाले लोगों के लिए चुनौतीपूर्ण भी थी। e-Aadhaar ऐप इन समस्याओं का समाधान करेगा और उपयोगकर्ताओं को घर बैठे डिजिटल तरीके से आधार जानकारी अपडेट करने की सुविधा देगा। इससे समय, यात्रा और कागजी काम—तीनों की बचत होगी और रिकॉर्ड की सटीकता भी बढ़ेगी।
e-Aadhaar ऐप के फायदे
- उपयोगकर्ता अपने पते, जन्मतिथि और मोबाइल नंबर जैसी जानकारी अपडेट कर सकेंगे।
- ऐप को सरकारी डेटाबेस से जोड़ा जाएगा, जिससे दस्तावेज़ों की ऑटो-वेरिफिकेशन संभव होगी।
- पासपोर्ट, ड्राइविंग लाइसेंस और जन्म प्रमाण पत्र जैसे दस्तावेज़ों की जानकारी अपने आप जांची जा सकेगी, जिससे अपडेट प्रक्रिया तेज और त्रुटिरहित होगी।
फेशियल रिकग्निशन सिस्टम
आधार से जुड़ा डेटा संवेदनशील होने के कारण ऐप में आधुनिक सुरक्षा तकनीकें लागू की जाएंगी। इसमें AI आधारित ऑथेंटिकेशन और फेशियल रिकग्निशन सिस्टम शामिल होंगे, जो सुनिश्चित करेंगे कि जानकारी में बदलाव केवल वही व्यक्ति कर रहा है जिसका आधार है। हालांकि, बायोमेट्रिक अपडेट जैसे फिंगरप्रिंट या आइरिस स्कैन के लिए अभी भी आधार केंद्र पर जाना जरूरी होगा।
रिपोर्ट्स के अनुसार, e-Aadhaar ऐप 2025 के अंत तक एंड्रॉइड और iOS दोनों प्लेटफॉर्म पर उपलब्ध होगा। इसके लॉन्च के बाद नागरिकों को आधार डिटेल्स को संभालने का एक आधुनिक और सुरक्षित माध्यम मिलेगा।
अपडेट प्रक्रिया अब केवल कुछ घंटों में पूरी
इस ऐप की मदद से लोगों को आधार केंद्रों तक जाने की जरूरत नहीं होगी, जिससे समय और यात्रा खर्च की बचत होगी। AI आधारित वेरिफिकेशन से पहचान की धोखाधड़ी (Identity Fraud) को भी रोका जा सकेगा। अपडेट प्रक्रिया अब केवल कुछ घंटों में पूरी हो सकेगी, जबकि पहले इसमें कई दिन लग जाते थे।
एकीकृत डिजिटल पहचान इकोसिस्टम
e-Aadhaar ऐप को DigiLocker और UMANG जैसे प्लेटफॉर्म्स के साथ जोड़ा जाएगा, ताकि भारत में एक एकीकृत डिजिटल पहचान इकोसिस्टम तैयार किया जा सके। यह ऐप सुरक्षा, सुविधा और तकनीक, तीनों को जोड़ते हुए देश के डिजिटल ट्रांसफॉर्मेशन का अहम हिस्सा बनने जा रहा है।