Edited By Radhika,Updated: 25 Oct, 2025 02:33 PM

अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य के समापन काफी भव्य तरीके से किया जाएगा। इसके लिए काफी- जोरों- शोरों से तैयारियां की जा रही हैँ। अगले महीने 25 नवंबर को राम मंदिर के 161 फुट ऊंचे शिखर पर यह भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पीएम...
नेशनल डेस्क: अयोध्या में राम मंदिर के निर्माण कार्य का समापन काफी भव्य तरीके से किया जाएगा। इसके लिए काफी- जोरों- शोरों से तैयारियां की जा रही हैं। अगले महीने 25 नवंबर को राम मंदिर के 161 फुट ऊंचे शिखर पर यह भव्य समारोह आयोजित किया जाएगा। इस कार्यक्रम में पीएम मोदी और RSS प्रमुख मोहन भागवत मुख्य अतिथि होंगे।
ध्वज की विशेषताएँ और प्रतीक
श्री राम जन्मभूमि तीर्थ क्षेत्र ट्रस्ट के कोषाध्यक्ष गोविंद देव गिरि ने बताया कि मंदिर के शिखर पर लगे 42 फुट ऊंचे खंभे पर 22 फीट लंबा और 11 फीट चौड़ा भगवा रंग का ध्वज फहराया जाएगा। इस ध्वज पर वाल्मीकि रामायण में वर्णित तीन महत्वपूर्ण प्रतीक सूर्य, ओम और कोविदार वृक्ष होंगे। यह 5 दिवसीय समारोह 21 नवंबर से शुरू होगा और 25 नवंबर को ध्वजारोहण के साथ संपन्न होगा।
भव्य आयोजन और मेहमानों की संख्या
प्राण प्रतिष्ठा समारोह की तरह ही यह ध्वजारोहण कार्यक्रम भी भव्य होगा। राम मंदिर ट्रस्ट ने इस आयोजन के लिए मेहमानों की संख्या 8,000 से बढ़ाकर 10,000 कर दी है। मुख्य मंदिर के साथ-साथ परिसर में स्थित 6 अन्य मंदिरों (भगवान शिव, गणेश, सूर्य, हनुमान, माता भगवती और माता अन्नपूर्णा) और शेषावतार मंदिर समेत सभी 8 मंदिरों में विशेष पूजा-अर्चना, हवन और अन्य अनुष्ठान किए जाएंगे।

PM मोदी का विस्तृत कार्यक्रम
25 नवंबर को अयोध्या में वरिष्ठ भाजपा नेताओं का एक बड़ा जमावड़ा होगा, जो पार्टी के नए अभियान की शुरुआत का भी प्रतीक होगा। सूत्रों के मुताबिक पीएम अयोध्या में अन्य महत्वपूर्ण कार्यक्रमों में भी हिस्सा लेंगे:
- दुनिया के सबसे बड़े स्काउट और गाइड जम्बूरी के प्रतिभागियों को आमंत्रित करेंगे।
- 'विकसित उत्तर प्रदेश अभियान' की सफलता की समीक्षा करेंगे।
- जेवर में बन रहे नोएडा इंटरनेशनल एयरपोर्ट का भी निरीक्षण करेंगे।
खास तकनीक से बनाया गया है ध्वज-स्तंभ
राम मंदिर के शिखर पर लगा ध्वज-स्तंभ विशेष तकनीक से बनाया गया है। यह 360 डिग्री घूमने वाले बॉल-बेयरिंग पर बेस्ड होगा, जिससे यह ध्वज 60 किमी/घंटा तक की तेज हवा के वेग को झेल सकेगा और आंधी-तूफान में उसे कोई नुकसान नहीं होगा। ध्वज के कपड़े की क्वालिटी और उसकी सहन क्षमता की जाँच चल रही है। ध्वज तैयार करने वाली एजेंसी 28 अक्टूबर को भवन निर्माण समिति की बैठक में टेस्ट रिपोर्ट पेश करेगी, जिसके आधार पर कपड़े का अंतिम चयन होगा।