Edited By Harman Kaur,Updated: 22 Jul, 2024 03:47 PM
असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है और राज्य के 11 जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 95,000 हो गई है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में इस साल बाढ़ में मरने वालों की संख्या 98 है, जबकि बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने जैसी प्राकृतिक आपदाओं...
नेशनल डेस्क: असम में बाढ़ की स्थिति में सुधार हुआ है और राज्य के 11 जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या घटकर 95,000 हो गई है। अधिकारी ने बताया कि राज्य में इस साल बाढ़ में मरने वालों की संख्या 98 है, जबकि बाढ़, भूस्खलन, तूफान और बिजली गिरने जैसी प्राकृतिक आपदाओं में अब तक 113 लोगों अपनी जान गवां चुके है। एक आधिकारिक बुलेटिन में यह जानकारी दी गई।
'सभी प्रभावित लोग 21 राजस्व क्षेत्रों के 345 गांवों से संबंध रखते थे...'
असम राज्य आपदा प्रबंधन प्राधिकरण (एएसडीएमए) ने बताया कि सभी प्रभावित लोग 21 राजस्व क्षेत्रों के 345 गांवों से संबंध रखते थे। उन्होंने आगे बताया कि इन आपदाओं से प्रभावित जिलों में मोरीगांव, कामरूप, धेमाजी, कामरूप मेट्रोपॉलिटन, डिब्रूगढ़, शिवसागर, नागांव, गोलाघाट, गोलपारा, जोरहाट और कछार शामिल हैं। जहां नागांव 70,280 प्रभावित लोगों के साथ सबसे अधिक प्रभावित जिला है, इसके बाद गोलाघाट (12,321) और कछार (6,773) शामिल है।
बाढ़ के कारण डूब गई 6,467.5 हेक्टेयर से अधिक कृषि योग्य भूमि
शनिवार तक 10 जिलों में प्रभावित लोगों की संख्या 1.30 लाख बताई गई थी। बाढ़ के कारण 6,467.5 हेक्टेयर से अधिक कृषि योग्य भूमि डूब गई, जबकि कुल 6,311 लोगों ने 35 राहत शिविरों में शरण ली है। बुलेटिन में बताया गया है कि ब्रह्मपुत्र नदी धुबरी में खतरे के निशान से ऊपर बह रही है, जबकि अन्य प्रभावित जिलों में पानी का स्तर कम हो रहा है। राज्य को अब तक बाढ़ की दो लहरों का सामना करना पड़ा है, जिससे राज्य के सभी 35 जिले प्रभावित हुए हैं, पहली लहर 28 मई से 13 जून तक चली, जबकि दूसरी लहर 16 जून से शुरू हुई।