Edited By Archna Sethi,Updated: 15 Apr, 2023 07:38 PM

कम से कम 60 प्रतिशत छात्र और शिक्षक टैबलेट का करें उपयोग
चंडीगढ़, 15 अप्रैल- (अर्चना सेठी) हरियाणा के मुख्यमंत्री मनोहर लाल ने कहा कि डिजिटल शिक्षा को बढ़ावा देने और गरीब व जरूरतमंद परिवारों के बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा मुहैया करवाने के उद्देश्य से शुरू की गई ई-अधिगम योजना पूरी तरह से कारगर सिद्ध हो रही है। इस योजना के तहत अब तक साढ़े 5 लाख विद्यार्थियों को टैबलेट प्रदान किये जा चुके हैं। इसके साथ प्रतिदिन 2जीबी इंटरनेट डाटा भी मुफ्त दिया जा रहा है। इसके लिए प्रदेश सरकार ने 1,000 करोड़ रुपये की महत्वाकांक्षी योजना बनाई, जो पूरे भारत में स्कूल शिक्षा में पहली योजना है। राज्य सरकार की ई-अधिगम पहल प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी के डिजिटल इंडिया विज़न को साकार करने की दिशा में मील का पत्थर साबित होगी।
मुख्यमंत्री आज ऑडियो कॉन्फ्रेंसिंग के माध्यम से ई-अधिगम योजना के तहत टैबलेट प्राप्त करने वाले बच्चों तथा उनके अभिभावकों से सीधा संवाद कर रहे थे। संवाद के दौरान टैबलेट प्राप्त करने वाले स्कूली विद्यार्थियों ने मुख्यमंत्री की सराहना करते हुए कहा कि इस प्रकार की पहल करके मुख्यमंत्री ने गरीब बच्चों को भी ऊंचे सपने देखने का हौंसला दिया है। आज हम भी ऑनलाइन माध्यम से पढ़ाई कर पा रहे हैं, तो यह केवल हरियाणा सरकार की बदौलत मुमकिन हुआ है। विद्यार्थियों ने कहा कि कोरोना महामारी के दौरान जब स्कूल पूरी तरह से बंद हो गए थे, तब उन्हें ऐसा लगता था कि वह शिक्षा से वंचित रह जाएंगे, लेकिन बच्चों को मुफ्त टैबलेट देने के मुख्यमंत्री के इस प्रयास से हमें न केवल शिक्षा प्राप्त हुई, बल्कि आज हम प्रतियोगी परीक्षाओं के लिए भी तैयारी कर पा रहे हैं।
मनोहर लाल ने कहा कि डिजिटल तकनीक का उपयोग शिक्षा के क्षेत्र में काफी समय से हो रहा है, लेकिन 2 साल पहले आई कोविड-19 महामारी के समय यह तकनीक हर विद्यार्थी की जरूरत बन गई थी। उस समय स्कूल-कॉलेज जाना संभव नहीं था। लेकिन विद्यार्थियों को शिक्षा प्रदान करना भी आवश्यक था। इसके लिए सरकार ने कई डिजिटल प्लेटफार्म का उपयोग किया। कोविड-19 महामारी के इस दौर में हमें जरूरत महसूस हुई कि प्रदेश के विद्यार्थियों के पास डिजिटल डिवाइस होना वर्तमान युग की आवश्यकता है। इसलिए राज्य सरकार ने विद्यार्थियों को टैबलेट प्रदान करने का निर्णय लिया। इसी दिशा में 5 मई, 2022 को रोहतक में ई-अधिगम योजना का शुभारंभ करते हुए विद्यार्थियों को टैबलेट वितरित किये गए।
मुख्यमंत्री ने सभी विद्यार्थियों से अनुरोध किया कि वे इस टैबलेट का अधिकतम उपयोग करें। इसके सदुपयोग से आप दुनिया का श्रेष्ठ ज्ञान प्राप्त कर सकते हैं, जो आपके जीवन को सरल और सफल बनायेगा। उन्होंने कहा कि ये टैबलेट बच्चों के कौशल का विकास करने के साथ - साथ विश्व स्तर पर प्रतिस्पर्धा करने में भी उनकी सहायता कर रहे हैं। इसके अलावा उन्हें नए अवसरों की प्राप्ति भी होगी।
उन्होंने कहा कि शिक्षा में सूचना तकनीक के उपयोग के लिए विद्यार्थियों को प्रेरित करते हुए प्रधानमंत्री श्री नरेन्द्र मोदी ने एक कार्यक्रम में कहा था कि हम खुशकिस्मत हैं कि ऐसे युग में हैं, जहां प्रौद्योगिकी सरल और पहुंच के अन्दर है। एक बार आप इसमें दिलचस्पी लें तो पूरी दुनिया के दरवाजे आपके लिए खुल जाएंगे। मनोहर लाल ने कहा कि प्रधानमंत्री के इसी विचार पर चलते हुए हमने प्रदेश में ऐसी व्यवस्था बनानी थी, जो स्थायी हो, सहज सुलभ हो, जिसमें लर्निंग मैनेजमेंट के माध्यम से पाठ्यक्रम चले, कौशल ग्रहण भी हो। इसमें अध्यापक और विद्यार्थी के मध्य दो तरफा संवाद हो। यह तभी संभव है यदि सरकारी विद्यालयों के विद्यार्थियों को ई-लर्निंग के उपकरण उपलब्ध करवाए जाएं। इसलिए हम शिक्षण में प्रौद्योगिकी और ई-लर्निंग के उपयोग को प्रोत्साहित करने पर बल दे रहे हैं ।
मुख्यमंत्री ने कहा कि सरकार ने 37,370 अध्यापकों को भी टैबलेट उपलब्ध करवाए हैं, ताकि उन्हें भी बच्चों को ऑनलाइन शिक्षा देने की सुविधा प्राप्त हो। सरकार ने नए शैक्षणिक वर्ष 2023-24 में टैबलेट के वितरण के लिए एस.ओ.पी. तैयार की है। इसके लिए स्कूलों की ओर से कार्रवाई शुरू कर दी गई है। सरकार का लक्ष्य है कि मई, 2023 के अंत तक कम से कम 60 प्रतिशत छात्र और शिक्षक टैबलेट का उपयोग करें। इसके लिए शिक्षकों को निर्देश दिये हैं कि वे कक्षा में और घर पर प्रतिदिन स्वयं और छात्रों द्वारा टैबलेट का उपयोग सुनिश्चित करे। टैबलेट के उपयोग को बढ़ावा देने के लिए अधिकारियों और शिक्षकों को प्रशिक्षण दिया जा रहा है।