भविष्य की नींव: बरेली में सेना और सिविल प्रशासन की साझेदारी से युवाओं के कौशल विकास और सतत पहल को मिलेगा नया आयाम

Edited By Updated: 05 Aug, 2025 02:39 PM

bareilly tanu jain ceo of bareilly cantonment board brigadier gagandeep

बरेली छावनी क्षेत्र में रक्षा और नागरिक सहयोग की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, बरेली कैंटोनमेंट बोर्ड की सीईओ डॉ. तनु जैन और ब्रिगेडियर गगनदीप के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। इस मुलाकात में क्षेत्रीय विकास, युवाओं के सशक्तिकरण और...

बरेली : बरेली छावनी क्षेत्र में रक्षा और नागरिक सहयोग की दिशा में एक ऐतिहासिक कदम उठाते हुए, बरेली कैंटोनमेंट बोर्ड की सीईओ डॉ. तनु जैन और ब्रिगेडियर गगनदीप के बीच एक महत्वपूर्ण बैठक सम्पन्न हुई। इस मुलाकात में क्षेत्रीय विकास, युवाओं के सशक्तिकरण और पर्यावरण संरक्षण को लेकर कई अहम प्रस्तावों पर सहमति बनी। यह पहल सेना और नागरिक प्रशासन के बीच बढ़ती समन्वय भावना को दर्शाती है, जिसमें आत्मनिर्भर भारत की दिशा में ठोस योजनाएं बनाई गई हैं।

  सेना स्किल सेंटर से जुड़ेंगे युवा: एआई और रक्षा टेक्नोलॉजी में प्रशिक्षण
बैठक का मुख्य आकर्षण रहा सेना के कौशल विकास केंद्र और छावनी क्षेत्र के स्कूलों में वोकेशनल ट्रेनिंग कार्यक्रमों की शुरुआत। इसमें युवाओं, पूर्व सैनिकों और उनके परिवारों को कृत्रिम बुद्धिमत्ता (AI), रक्षा तकनीक, लॉजिस्टिक्स प्रबंधन जैसे क्षेत्रों में प्रशिक्षण दिया जाएगा। यह योजना रोजगार और उद्यमिता को बढ़ावा देने के साथ-साथ आत्मनिर्भर भारत के सपनों को साकार करने की दिशा में एक मजबूत कदम होगा।

 AI जागरूकता कार्यक्रम: सेना पब्लिक स्कूल में होगी फ्यूचर स्किल्स की पढ़ाई
आर्मी पब्लिक स्कूल में छात्रों के लिए AI अवेयरनेस प्रोग्राम शुरू करने का भी प्रस्ताव रखा गया। इस कार्यक्रम के अंतर्गत छात्र न केवल एआई की बुनियादी जानकारी पाएंगे, बल्कि एथिकल एप्लिकेशन, वर्कशॉप्स, एक्सपर्ट सेशन और हैंड्स-ऑन ट्रेनिंग** जैसी गतिविधियों से भी जुड़ेंगे, जिससे उनकी क्रिटिकल थिंकिंग और नवाचार की क्षमता विकसित होगी।

 MSME आर्टिज़न मेला: स्थानीय शिल्प और महिला उद्यमिता को मिलेगा मंच
बरेली और आसपास के क्षेत्रों की स्थानीय हस्तकला और पारंपरिक उत्पादों को बढ़ावा देने के उद्देश्य से, एक MSME आर्टिज़न मेला आयोजित करने की योजना बनी। इस मेले के जरिए महिला उद्यमियों, स्वयं सहायता समूहों और स्थानीय कारीगरों को अपने उत्पादों को प्रदर्शित और बेचने का अवसर मिलेगा, जिससे आर्थिक विकास और सांस्कृतिक पहचान दोनों को बल मिलेगा।

 पर्यावरण संरक्षण की पहल: हरियाली, स्वच्छता और जागरूकता अभियान
पर्यावरण संरक्षण को प्राथमिकता देते हुए, संयुक्त वृक्षारोपण अभियान, प्लास्टिक मुक्त क्षेत्र, और बायो-वेस्ट कम्पोस्टिंग यूनिट की स्थापना पर चर्चा हुई। स्कूलों के छात्र भी इन अभियानों में सक्रिय रूप से शामिल होंगे, जिससे पर्यावरण के प्रति नई पीढ़ी में जिम्मेदारी की भावना विकसित की जा सके।

  वरिष्ठ नागरिकों की देखभाल: सुरक्षित और सहायक वातावरण
बैठक में पूर्व सैनिकों और वरिष्ठ नागरिकों के लिए विशेष योजनाओं की रूपरेखा भी तय की गई। इसमें सुरक्षित रिक्रिएशनल जोन, स्वास्थ्य जांच शिविर, और काउंसलिंग सेवाएं शामिल होंगी, जिससे उन्हें छावनी क्षेत्र में गरिमामयी और स्वस्थ जीवन मिल सके।

 स्मार्ट टॉयलेट्स: स्वच्छता, सुरक्षा और तकनीकी नवाचार
जनसंख्या वाले और सेना-नागरिक इंटरफेस वाले क्षेत्रों में स्मार्ट टॉयलेट्स लगाने का प्रस्ताव भी चर्चा में रहा। यह अत्याधुनिक शौचालय ऑटोमैटिक क्लीनिंग सिस्टम, रीयल-टाइम उपयोग डेटा, और महिलाओं के लिए विशेष सुविधाओं से लैस होंगे, जो स्वच्छता और सम्मानजनक सुविधाओं को सुनिश्चित करेंगे।

  सेना और सिविल प्रशासन का साझा विजन
यह बैठक सुरक्षित, सशक्त और सतत भारत की दिशा में सेना और नागरिक प्रशासन के बीच बढ़ते तालमेल का प्रमाण है। प्रस्तावित योजनाएं संयुक्त टास्क फोर्स मॉडल के तहत चरणबद्ध रूप से इस वर्ष के अंत तक लागू की जाएंगी।

Related Story

IPL
Royal Challengers Bengaluru

190/9

20.0

Punjab Kings

184/7

20.0

Royal Challengers Bengaluru win by 6 runs

RR 9.50
img title
img title

Be on the top of everything happening around the world.

Try Premium Service.

Subscribe Now!