Prostate Cancer: नज़रअंदाज न करें पेशाब में दिखने वाले ये लक्षण... प्रोस्टेट कैंसर के हो सकते संकेत!

Edited By Updated: 13 Sep, 2025 09:11 AM

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अगर आप भी बार-बार पेशाब के लिए बाथरूम दौड़ते हैं, पेशाब का फ्लो कमजोर महसूस होता है या बीच में रुक-रुककर पेशाब आता है, तो यह सिर्फ उम्र से जुड़ी समस्या नहीं, बल्कि प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती संकेत भी हो सकते हैं। खासकर 50 वर्ष से अधिक उम्र के...

नेशनल डेस्क:  अगर आप भी बार-बार पेशाब के लिए बाथरूम दौड़ते हैं, पेशाब का फ्लो कमजोर महसूस होता है या बीच में रुक-रुककर पेशाब आता है, तो यह सिर्फ उम्र से जुड़ी समस्या नहीं, बल्कि प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती संकेत भी हो सकते हैं। खासकर 50 वर्ष से अधिक उम्र के पुरुषों को इन लक्षणों को हल्के में नहीं लेना चाहिए। प्रोस्टेट कैंसर पुरुषों में तेजी से फैलने वाली एक गंभीर बीमारी बन चुकी है, और अच्छी बात यह है कि यदि समय रहते पहचान हो जाए तो इसका इलाज भी संभव है। आइए विस्तार से समझते हैं कि पेशाब से जुड़ी परेशानियों का प्रोस्टेट कैंसर से क्या रिश्ता है और किन लक्षणों पर तुरंत सतर्क होना चाहिए।

प्रोस्टेट कैंसर क्या होता है?
प्रोस्टेट कैंसर, पुरुषों के प्रजनन अंगों में मौजूद प्रोस्टेट ग्रंथि (Prostate Gland) में विकसित होने वाला कैंसर है। यह ग्रंथि मूत्राशय (Bladder) के ठीक नीचे होती है और शुक्राणु (Sperm) के लिए तरल बनाने का कार्य करती है। जब इस ग्रंथि में असामान्य कोशिकाएं बढ़ने लगती हैं, तो वह धीरे-धीरे कैंसर का रूप ले लेती हैं, जिससे पेशाब और प्रजनन प्रणाली दोनों प्रभावित हो सकते हैं।

पेशाब में नजर आने वाले गंभीर संकेत
सर्जिकल ऑन्कोलॉजिस्ट डॉ. अरुण गोयल के अनुसार, पेशाब के दौरान दिखाई देने वाले कुछ लक्षण प्रोस्टेट कैंसर के शुरुआती संकेत हो सकते हैं। ये हैं 5 प्रमुख लक्षण:
रात में बार-बार पेशाब के लिए उठना
पेशाब में खून आना
पेशाब करते समय जलन महसूस होना
बार-बार यूरिन इंफेक्शन होना

पेशाब की धारा का धीमा होना या रुक जाना
अगर ये लक्षण लंबे समय तक बने रहें, तो तुरंत डॉक्टर से परामर्श लेना जरूरी है।

प्रोस्टेट कैंसर की जांच कैसे होती है?
अगर ऊपर दिए गए लक्षण नजर आ रहे हैं, तो सबसे पहले डॉक्टर की सलाह लें। इसके बाद डॉक्टर कुछ महत्वपूर्ण टेस्ट कराने की सलाह देते हैं:
PSA (Prostate-Specific Antigen) टेस्ट: ब्लड टेस्ट के जरिए प्रोस्टेट ग्रंथि में किसी असामान्य गतिविधि का पता चलता है।
MRI स्कैन: प्रोस्टेट ग्रंथि की गहराई से जांच की जाती है।
बायोप्सी और ट्रांसरेक्टल अल्ट्रासाउंड (TRUS): यदि PSA और MRI संदिग्ध निकलते हैं, तो बायोप्सी से कैंसर की पुष्टि की जाती है।

प्रोस्टेट कैंसर के कुछ अन्य लक्षण
शुरुआती लक्षणों के अलावा, कुछ संकेत ऐसे होते हैं जो बीमारी के बढ़ने पर दिखाई देते हैं:
बिना कारण वजन कम होना
थकान और कमजोरी महसूस होना
कमर, पीठ या कूल्हों में लगातार दर्द
इरेक्शन से जुड़ी समस्याएं

बचाव और रोकथाम के उपाय
हालांकि प्रोस्टेट कैंसर को पूरी तरह से रोकने का कोई गारंटीड तरीका नहीं है, लेकिन कुछ जीवनशैली से जुड़ी आदतें इसे कम जोखिम वाली बीमारी बना सकती हैं:
नियमित रूप से व्यायाम करें
संतुलित और पौष्टिक आहार लें
धूम्रपान और शराब से दूरी बनाएं
तनाव कम करने के उपाय करें
50 की उम्र के बाद नियमित हेल्थ चेकअप कराएं

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