Edited By Shubham Anand,Updated: 28 Oct, 2025 07:35 PM

दूरसंचार विभाग ने मोबाइल यूजर्स के लिए नई सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं, जिसके तहत कॉल आने पर कॉलर का नाम भी दिखेगा। शुरुआत में इसे एक सर्किल में ट्रायल के रूप में लागू किया जाएगा। वहीं सुप्रीम कोर्ट के एक फैसले से वोडाफोन आइडिया को 5,606...
नेशनल डेस्क : जल्द ही मोबाइल फोन यूजर्स को कॉल आने पर केवल नंबर ही नहीं, बल्कि कॉल करने वाले व्यक्ति का नाम भी दिखाई देगा। सूत्रों के अनुसार, दूरसंचार विभाग (DoT) ने टेलीकॉम कंपनियों को किसी एक सर्किल में यह सुविधा शुरू करने के निर्देश दिए हैं।
जानकारी के मुताबिक, कंपनियों को एक सप्ताह के भीतर इस नई सुविधा की शुरुआत करनी होगी। इसमें कॉलर का नाम उस नंबर के साथ प्रदर्शित होगा। विभाग ने कंपनियों से कहा है कि वे अपनी पसंद के अनुसार किसी एक सर्किल का चयन करें और वहां इस सर्विस का ट्रायल शुरू करें।
यह ट्रायल करीब 60 दिनों तक चलेगा, जिसके बाद परिणामों की समीक्षा की जाएगी। सफल रहने पर यह सुविधा देशभर में लागू की जाएगी। साथ ही, कंपनियों को हर हफ्ते अपनी प्रगति रिपोर्ट सरकार को सौंपनी होगी, ताकि आने वाली तकनीकी दिक्कतों को दूर किया जा सके।
वोडाफोन आइडिया के लिए बड़ी राहत का संकेत
इसी बीच, अदालत का एक फैसला वोडाफोन आइडिया लिमिटेड के लिए बड़ी राहत लेकर आया है। विश्लेषकों का मानना है कि कंपनी के ₹5,606 करोड़ के एजीआर बकाये (AGR Dues) पर सुप्रीम कोर्ट के पुनर्विचार और सामंजस्य संबंधी निर्देश से कंपनी के अस्तित्व को सहारा मिल सकता है। ब्रोकरेज फर्म सिटी की रिपोर्ट के अनुसार, सुप्रीम कोर्ट का यह फैसला दूरसंचार क्षेत्र, खासकर वोडाफोन आइडिया के लिए सकारात्मक प्रभाव डाल सकता है। इससे कंपनी को आंशिक बकाया माफी या भुगतान समय सीमा बढ़ाने जैसी राहत मिल सकती है, जिससे उसके भविष्य को लेकर बनी अनिश्चितता कम होगी।
वित्तीय स्थिरता की दिशा में कदम
वोडाफोन आइडिया इस समय ₹25,000 करोड़ के बैंक फाइनेंसिंग जुटाने की प्रक्रिया में है, जो एजीआर विवाद के चलते रुकी हुई थी। अगर अदालत से राहत मिलती है, तो निवेशकों का कंपनी पर भरोसा बढ़ेगा और उसे अतिरिक्त इक्विटी जुटाने में आसानी होगी। इससे सरकार की मौजूदा हिस्सेदारी में भी कमी आ सकती है और कंपनी की वित्तीय स्थिति मजबूत हो सकती है।