Edited By Seema Sharma,Updated: 23 Feb, 2021 01:43 PM
भारत-चीन सीमा (LAC) पर करीब 11 महीनों तक तनाव बना रहा लेकिन अब दोनों देशों की सेनाएं आपसी सहमति के बाद पूर्वी लद्दाख में पीछे हट रही हैं। पिछले कुछ समय से चीन के तेवर बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। पहले LAC पर समझौता और अब ब्रिक्स सम्मेलन में भारत का...
नेशनल डेस्क: भारत-चीन सीमा (LAC) पर करीब 11 महीनों तक तनाव बना रहा लेकिन अब दोनों देशों की सेनाएं आपसी सहमति के बाद पूर्वी लद्दाख में पीछे हट रही हैं। पिछले कुछ समय से चीन के तेवर बदले-बदले से नजर आ रहे हैं। पहले LAC पर समझौता और अब ब्रिक्स सम्मेलन में भारत का समर्थन। सोमवार को चीन ने इस साल भारत द्वारा ब्रिक्स सम्मेलन की मेजबानी का समर्थन किया। चीन ने कहा कि वह पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं के संगठन ब्रिक्स में सहयोग को मजबूत करने के लिए नई दिल्ली के साथ मिलकर काम करेगा। वहीं कहा जा रहा है कि अगर अगले कुछ महीनों में कोरोना पर परिस्थितियां काबू में आ गईं तो चीन के राष्ट्रपति शी जिनपिंग भारत दौरे पर आ सकते हैं और इस दौरान वे प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी से भी मुलाकात कर सकते हैं।
पिघलने लगी रिश्तों पर जमी बर्फ
चीन ने ब्रिक्स सम्मेलन के लिए भारत का समर्थन ऐसे समय में किया है जब LAC पर उसकी सेना कदम पीछे खींच रही है। हालांकि भारत चीन के हर कदम पर कड़ी नजर रख रहा है क्योंकि अब ड्रैगन पर भरोसा करना जल्दबाजी होगा। वहीं खबर है कि चीन की ओर से प्रत्यक्ष विदेशी निवेश (FDI) के प्रस्तावों को मंजूरी का पिछले नौ महीनों से रुका हुआ सिलसिला दोबारा शुरू हो गया है। हालांकि अभी केवल छोटे मामले ही मंजूर हो रहे हैं।
भारत से सहयोग बढ़ाना चाहता है चीन
चीन ने सोमवार को कहा कि वह पांच उभरती अर्थव्यवस्थाओं के संगठन ब्रिक्स में सहयोग को मजबूत करने के लिए नई दिल्ली के साथ मिलकर काम करेगा। बता दें कि भारत इस साल ब्राजील, रूस, भारत, चीन, दक्षिण अफ्रीका के संगठन ब्रिक्स की अध्यक्षता करेगा। भारत की तैयारी ब्रिक्स वार्षिक सम्मेलन की मेजबानी करने की है। विदेश मंत्री एस जयशंकर ने 19 फरवरी को नई दिल्ली स्थित सुषमा स्वराज भवन स्थित ब्रिक्स सचिवालय में भारत का ब्रिक्स-2021 वेबसाइट की शरुआत की थी। इस साल ब्रिक्स की अध्यक्षता भारत द्वारा संभालने को लेकर पूछे गए सवाल पर चीनी विदेश मंत्रालय के प्रवक्ता वांग वेनबिन ने मीडिया ब्रीफिंग में कहा बीजिंग, नई दिल्ली की मेजबानी में शिखर सम्मेलन आयोजित कराने का समर्थन करेगा।
वांग ने कहा कि अंतर्राष्ट्रीय मामलों में ब्रिक्स अब सकारात्मक, स्थिर एवं सृजनात्मक शक्ति है। वांग ने कहा कि हम इस साल सम्मेलन की मेजबानी करने के लिए भारत का समर्थन करेंगे एंव अन्य सदस्यों के साथ संवाद को मजबूत करने, सहयोग के तीन स्तंभों को दृढ़ करने, ब्रिक्स के तहत अधिक प्रगति करने एवं ब्रिक्स प्लस सहयोग बढ़ाने के लिए, कोविड-19 को हराने, आर्थिक विकास बहाल करने एवं वैश्विक शासन में सुधार करने के लिए काम करेंगे।