Edited By Mehak,Updated: 19 Oct, 2025 01:28 PM

धनतेरस पर्व पर जिले के बाजारों में सुबह से ही खरीदारी का जोर देखा गया। रॉबर्ट्सगंज नगर में झाड़ू की बिक्री ने इस साल रिकॉर्ड तोड़ दिए। कई दुकानदारों ने एक ही दिन में 45 से 50 हजार रुपये के झाड़ू बेचकर त्योहार की खुशियों को दोगुना कर दिया। पारंपरिक...
नेशनल डेस्क : धनतेरस के अवसर पर शनिवार को बाजारों में सुबह से ही रौनक देखने को मिली। सुबह से ही लोग खरीदारी के लिए बाजारों में जुट गए। खासकर पर रॉबर्ट्सगंज नगर के बाजारों में झाड़ू की बिक्री ने इस साल रिकॉर्ड तोड़ दिए। कई दुकानदारों ने एक दिन में ही 45 से 50 हजार रुपये के झाड़ू बेचकर त्योहार की खुशियों में चार चांद लगा दिए।
झाड़ू खरीदने की परंपरा
धनतेरस पर सोना-चांदी, बर्तन, वाहन और इलेक्ट्रॉनिक सामान खरीदने की परंपरा तो रही ही, इसके साथ-साथ झाड़ू खरीदने की रिवाज भी तेजी से लोकप्रिय हो रही है। मान्यता है कि इस दिन झाड़ू खरीदने से घर में लक्ष्मी का आगमन होता है और दरिद्रता दूर रहती है। इसी मान्यता के चलते झाड़ू की दुकानों पर सुबह से ही ग्राहकों की लंबी कतारें देखने को मिलीं। रॉबर्ट्सगंज के सब्जी मंडी, चौक बाजार और रेलवे स्टेशन रोड स्थित दुकानों पर भीड़ इस बात का संकेत है कि लोग इस शुभ अवसर पर झाड़ू को जरूरी खरीद का हिस्सा मान रहे हैं।
व्यापारियों ने दी जानकारी
स्थानीय व्यापारी रजत केसरी ने बताया कि पिछले वर्ष की तुलना में इस बार झाड़ू की बिक्री दोगुनी हुई है। पहले लोग केवल सोना-चांदी खरीदने पर ध्यान देते थे, अब शुभता और समृद्धि के प्रतीक के रूप में झाड़ू को भी अपनी खरीद में शामिल कर रहे हैं। दूसरे दुकानदारों ने बताया कि शाम तक अधिकांश स्टॉक खत्म हो गया और कई ग्राहक खाली हाथ लौट गए। व्यापारी इस बढ़ती मांग को देखते हुए अगले साल के लिए अधिक स्टॉक की योजना अभी से बना रहे हैं।