Edited By Sahil Kumar,Updated: 11 Nov, 2025 08:34 PM

कर्मचारियों के लिए बड़ी राहत की खबर है। ईपीएफओ ने पीएफ ट्रांसफर के लिए नया ऑटोमैटिक सिस्टम शुरू किया है, जिससे नौकरी बदलते समय फॉर्म भरने या नियोक्ता की मंजूरी की जरूरत नहीं होगी। यह प्रणाली 2025 तक पूरी तरह लागू हो जाएगी। नए नियमों के तहत पीएफ...
नेशनल डेस्कः कर्मचारियों के लिए राहत भरी खबर है। अब नौकरी बदलते समय न तो फॉर्म भरने की जरूरत पड़ेगी और न ही मैन्युअल ईपीएफ ट्रांसफर का इंतजार करना होगा। कर्मचारी भविष्य निधि संगठन (EPFO) ने एक ऑटोमैटिक ट्रांसफर सिस्टम शुरू किया है, जो साल 2025 तक पूरी तरह से लागू हो जाएगा। इस नई प्रणाली के तहत कर्मचारियों का पीएफ बैलेंस उनके नए नियोक्ता के खाते में अपने आप ट्रांसफर हो जाएगा। इससे बिना किसी कागजी कार्रवाई के एक सहज और पारदर्शी प्रक्रिया सुनिश्चित होगी।
क्या हैं नए नियम?
ईपीएफओ ने पीएफ ट्रांसफर प्रक्रिया को काफी आसान बना दिया है। अब अधिकतर मामलों में पिछले या वर्तमान नियोक्ता के माध्यम से ऑनलाइन ट्रांसफर दावा भेजने की आवश्यकता नहीं होगी। नए नियमों के तहत, ट्रांसफर क्लेम सीधे ईपीएफओ को भेजे जाएंगे, जिससे नियोक्ता के हस्तक्षेप की जरूरत खत्म हो गई है। इस सरल प्रक्रिया से दावों के निपटारे में लगने वाला समय काफी कम हुआ है। इसके साथ ही, मेंबर्स की शिकायतें और दावे खारिज होने के मामले भी घटे हैं। बड़े नियोक्ताओं को भी इस सुव्यवस्थित प्रणाली से बड़ा लाभ मिला है, क्योंकि पहले ऐसे ट्रांसफर को मंजूरी देने का पूरा बोझ उन्हीं पर था।
क्या अब 5 दिनों में पूरा होगा PF ट्रांसफर?
पहले कर्मचारियों को नौकरी बदलते समय फॉर्म 13 भरना पड़ता था, जिसके लिए पिछले और नए दोनों नियोक्ताओं से वेरिफिकेशन जरूरी होता था। इस प्रक्रिया में एक से दो महीने तक का समय लग जाता था, और कई बार दावे तकनीकी त्रुटियों या ब्याज हानि के कारण खारिज हो जाते थे। अब नए ऑटोमेटेड ट्रांसफर सिस्टम के तहत ये समस्याएं खत्म हो जाएंगी। ईपीएफओ का कहना है कि ट्रांसफर प्रक्रिया अब केवल 3 से 5 दिनों के भीतर पूरी हो जाएगी, जिससे कर्मचारियों को तेज, पारदर्शी और परेशानी-मुक्त अनुभव मिलेगा।
नए EPF ट्रांसफर सिस्टम के फायदे
- ट्रांसफर अब महीनों के बजाय कुछ ही दिनों में पूरा होगा।
- किसी दस्तावेज को अपलोड करने की जरूरत नहीं, क्योंकि सिस्टम ऑटोमैटिक रूप से ट्रांसफर प्रोसेस करेगा।
- ट्रांसफर प्रक्रिया के दौरान भी ईपीएफ बैलेंस पर ब्याज मिलता रहेगा।
- सेवानिवृत्ति के समय पूरी राशि एक ही खाते में उपलब्ध होगी।
- नौकरी बदलना, खासकर निजी क्षेत्र में, अब और भी आसान और सुविधाजनक बन गया है।