Edited By Pardeep,Updated: 07 Dec, 2025 10:46 PM

रांची से लगभग 60 किलोमीटर दूर लापुंग का पारंपरिक ‘हलवाई' परिवार शनिवार देर रात करीब 2 बजे मोबाइल की घंटी बजते ही बुरी खबर की आशंका से घबरा गया। फागू महतो (32) को फोन गांव के ही एक परिचित निशान कुमार का आया था जो काम की तलाश में गोवा में था।
नेशनल डेस्कः रांची से लगभग 60 किलोमीटर दूर लापुंग का पारंपरिक ‘हलवाई' परिवार शनिवार देर रात करीब 2 बजे मोबाइल की घंटी बजते ही बुरी खबर की आशंका से घबरा गया। फागू महतो (32) को फोन गांव के ही एक परिचित निशान कुमार का आया था जो काम की तलाश में गोवा में था।
कुमार ने फागू को बताया कि उसके दोनों छोटे भाई प्रदीप (24) और विनोद महतो (20) की उत्तरी गोवा के एक नाइट क्लब में लगी भीषण आग में मौत हो गई है। मृतकों के परिजनों ने बताया कि प्रदीप और विनोद महतो लापुंग प्रखंड के फतेहपुर गांव के तथा मोहित मुंडा (22) खूंटी जिले के कर्रा प्रखंड के गोविंदपुर गांव का रहने वाला था।
फागू ने मीडिया से कहा, ‘‘मैंने अपने दोनों भाइयों - प्रदीप और विनोद - को गंवा दिया है। हमें इस बारे में तब पता चला, जब हमारे एक रिश्तेदार निशान कुमार का फोन आया, जो रोजगार की तलाश में गोवा गया था। मेरे पिता धनेश्वर महतो सदमे में हैं।'' उत्तरी गोवा के एक नाइट क्लब में शनिवार देर रात भीषण आग लगने से कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। पुलिस ने बताया कि मृतकों में चार पर्यटक और 14 कर्मचारी शामिल हैं।
फागू ने दावा किया कि अभी तक किसी भी अधिकारी या राज्य सरकार के प्रतिनिधि ने परिवार से संपर्क नहीं किया है। फागू की पत्नी सुलांती ने बताया कि परिवार बहुत गरीब है और वह गांव में एक अस्थायी मिठाई की दुकान से होने वाली मामूली आय और भाइयों की ओर से भेजे गए पैसों पर निर्भर था। गोविंदपुर में मोहित मुंडा के परिवार को भी फोन पर उसकी मौत की सूचना मिली।
रिश्तेदारों ने बताया कि मोहित के पिता एतवा मंडा बेटे की मौत की खबर सुनकर सदमे में हैं। मोहित के भाई सुनील ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘मुझे रात करीब दो बजे फोन आया और सब कुछ बर्बाद हो गया... हमें मेरे भाई की मौत की दुखद खबर एक परिचित से मिली जो पास के होटल में काम करता था।'' रांची स्थित राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष के एक अधिकारी ने कहा कि वे गोवा में नियोक्ता के साथ संपर्क में हैं। ग्रामीणों ने बताया कि लापुंग और आसपास के इलाकों से कई युवा रोजगार की तलाश में गोवा गए हैं। एक ग्रामीण ने ‘पीटीआई-भाषा' को बताया, ‘‘हम उनके भविष्य को लेकर चिंतित हैं और झारखंड सरकार से उनकी यहां आजीविका सुनिश्चित करने का आग्रह करते हैं।''
गोविंदपुर ग्राम पंचायत की मीना देवी ने बताया, ‘‘मोहित के माता-पिता वृद्ध हैं...हमने शव वापस लाने के लिए स्थानीय विधायक और स्थानीय नेताओं से संपर्क किया है।'' राज्य प्रवासी नियंत्रण कक्ष की टीम प्रमुख शिखा लाकड़ा ने बताया, ‘‘हम पीड़ितों के परिवारों के लगातार संपर्क में हैं। गोवा में हमारे अधिकारी प्रवासी श्रमिकों और नियोक्ताओं के संपर्क में हैं, जिन्होंने शवों को अस्पताल ले जाने के लिए एम्बुलेंस की व्यवस्था की है। पोस्टमार्टम किया जा रहा है। हम शवों को गांवों में वापस लाने की व्यवस्था करेंगे।'' झारखंड के मुख्यमंत्री हेमंत सोरेन और उनकी विधायक पत्नी कल्पना सोरेन ने आग दुर्घटना में हुई मौतों पर शोक व्यक्त करते हुए इसे ‘‘बेहद हृदयविदारक और दुखद'' बताया है।
मुख्यमंत्री ने घटना में घायल हुए लोगों के शीघ्र स्वस्थ होने की कामना की। गोवा की राजधानी पणजी से लगभग 25 किलोमीटर दूर गोवा के अरपोरा गांव के बिर्च बाय रोमियो लेन में आधी रात के बाद लगी आग में कम से कम 25 लोगों की मौत हो गई और छह अन्य घायल हो गए। सोरेन ने ‘एक्स' पर पोस्ट किया, ‘‘गोवा के एक नाइट क्लब में भीषण आग लगने से कई लोगों की मृत्यु होने की खबर अत्यंत दुखद है। मारंग बुरु मृतकों की आत्मा को शांति प्रदान करें और शोक संतप्त परिवारों को इस दुख की घड़ी को सहन करने की शक्ति प्रदान करें।''
सोरेन की पत्नी और झारखंड मुक्ति मोर्चा (झामुमो) विधायक कल्पना ने कहा, ‘‘गोवा के नाइट क्लब में आग लगने की घटना अत्यंत दुखद है। इस दुर्घटना में कई लोगों की जान जाने की खबर सुनकर मैं बहुत व्यथित हूं।'' इस बीच, झारखंड के मंत्री इरफान अंसारी ने घटना की उच्च-स्तरीय जांच की मांग करते हुए कहा है कि यह घटना नाइट क्लब की सुरक्षा व्यवस्था पर कई सवाल खड़े करती है। उन्होंने प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी से पीड़ितों के परिवारों को उचित मुआवजा सुनिश्चित करने का आग्रह करते हुए दोषियों के खिलाफ कड़ी कार्रवाई की मांग की।