Edited By Parveen Kumar,Updated: 27 Oct, 2025 07:40 PM

भारत को सदियों से “सोने की चिड़िया” कहा जाता है- और यह नाम यूं ही नहीं पड़ा। देश की धरती के नीचे आज भी असीमित स्वर्ण भंडार छिपा हुआ है। हाल ही में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि भारत के कई राज्यों में अरबों...
नेशनल डेस्क: भारत को सदियों से “सोने की चिड़िया” कहा जाता है- और यह नाम यूं ही नहीं पड़ा। देश की धरती के नीचे आज भी असीमित स्वर्ण भंडार छिपा हुआ है। हाल ही में भारतीय भूवैज्ञानिक सर्वेक्षण (GSI) की रिपोर्ट में यह खुलासा हुआ है कि भारत के कई राज्यों में अरबों रुपये मूल्य का सोना दफन है। आइए जानते हैं किस राज्य के पास सबसे ज्यादा सोना है।
बिहार- भारत का सबसे बड़ा स्वर्ण भंडार
इस सूची में बिहार सबसे ऊपर है। जमुई जिले में करीब 222.8 मिलियन टन स्वर्ण भंडार मौजूद है। यह अब तक का भारत का सबसे समृद्ध सोने का खज़ाना माना जा रहा है। हालांकि यहां वाणिज्यिक खनन अभी शुरू नहीं हुआ है, लेकिन विशेषज्ञों का मानना है कि भविष्य में बिहार भारत की स्वर्ण अर्थव्यवस्था का केंद्र बन सकता है।
राजस्थान- मरुस्थल की रेत में छिपा सोना
राजस्थान दूसरे स्थान पर है, जहां 125.9 मिलियन टन स्वर्ण भंडार पाया गया है। बांसवाड़ा जिले के भुकिया-जगपुरा स्वर्ण पट्टी को राज्य का सबसे बड़ा स्वर्ण क्षेत्र माना जाता है। यहां पर फिलहाल खनन कार्य प्रारंभिक चरण में है।
कर्नाटक- दशकों से स्वर्ण उत्पादन का केंद्र
कर्नाटक लंबे समय से भारत के स्वर्ण उत्पादन की रीढ़ रहा है। यहां कोलार स्वर्ण क्षेत्र और हट्टी स्वर्ण खदानें स्थित हैं। राज्य में लगभग 103 मिलियन टन स्वर्ण भंडार मौजूद है। हालांकि कोलार खदान बंद हो चुकी है, लेकिन हट्टी में अभी भी सोने का उत्पादन जारी है।
आंध्र प्रदेश- दक्षिण की धरती में 15 मिलियन टन सोना
आंध्र प्रदेश चौथे स्थान पर है, जहां 15 मिलियन टन स्वर्ण भंडार का अनुमान लगाया गया है। अनंतपुर और चित्तूर जिले इस धातु की समृद्धि के लिए प्रसिद्ध हैं।
उत्तर प्रदेश- सोनभद्र का स्वर्ण रहस्य
पांचवें स्थान पर उत्तर प्रदेश है, जिसके पास 13 मिलियन टन स्वर्ण भंडार है। राज्य का सोनभद्र जिला इस मामले में सबसे प्रमुख है, जहां कई खनिज संपदाएं भी पाई जाती हैं।
अन्य राज्य भी पीछे नहीं
पश्चिम बंगाल, झारखंड, मध्य प्रदेश, छत्तीसगढ़ और महाराष्ट्र में भी बड़े पैमाने पर सोना मिलने के संकेत हैं। खासकर महाराष्ट्र में लगभग 1.6 मिलियन टन स्वर्ण भंडार दर्ज किया गया है। भारत की इन सुनहरी धरती के नीचे छिपा खज़ाना यह साबित करता है कि- “सोने की चिड़िया” आज भी जिंदा है, बस उसके पंख फिर से खुलने बाकी हैं।