Edited By Anu Malhotra,Updated: 29 Oct, 2025 08:25 AM

त्योहारों की रौनक खत्म होते ही कीमती धातुओं की रफ्तार थम गई है। कुछ ही दिनों में सोना-चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आई है, जिसने निवेशकों की नींद उड़ा दी है। डॉलर की मजबूती और वैश्विक बाजारों में दबाव के चलते सोना लगभग ₹12,000 प्रति 10 ग्राम और...
नई दिल्ली: त्योहारों की रौनक खत्म होते ही कीमती धातुओं की रफ्तार थम गई है। कुछ ही दिनों में सोना-चांदी की कीमतों में जबरदस्त गिरावट आई है, जिसने निवेशकों की नींद उड़ा दी है। डॉलर की मजबूती और वैश्विक बाजारों में दबाव के चलते सोना लगभग ₹12,000 प्रति 10 ग्राम और चांदी ₹36,000 प्रति किलो तक टूट चुकी है। अब सवाल उठ रहा है — क्या यह खरीदारी का मौका है या गिरावट का सिलसिला अभी बाकी है?
इतिहास रचने के बाद गिरा सोना
इंडिया बुलियन एंड ज्वैलर्स एसोसिएशन (IBJA) के मुताबिक, 24 कैरेट सोना ने 17 अक्टूबर को ₹1,30,874 प्रति 10 ग्राम का अब तक का सबसे ऊँचा स्तर छुआ था। लेकिन सिर्फ 12 दिनों में यह ₹1,18,043 पर आ गया — यानी कीमत में ₹12,831 की भारी गिरावट। वहीं चांदी ने 14 अक्टूबर को ₹1,78,100 प्रति किलो का ऑल-टाइम हाई बनाया था, जो अब घटकर ₹1,41,896 रह गया है। यानी लगभग ₹36,204 की भारी गिरावट। निवेशक अब “वेट एंड वॉच” मोड में हैं, जबकि बाजार में खरीदारी की रफ्तार थमी हुई है।
दिनभर में भी दिखा दबाव
मंगलवार को भी सोने-चांदी में उतार-चढ़ाव जारी रहा। दोपहर तक 24 कैरेट सोना ₹1,19,164 पर था, जो शाम तक गिरकर ₹1,18,043 पर पहुंच गया। यानी महज 5 घंटे में ₹1,121 का नुकसान। सोमवार की तुलना में कीमत ₹3,034 कम रही।
इसी तरह, चांदी दिनभर में ₹1,504 सस्ती हुई और ₹1,41,896 प्रति किलो पर बंद हुई।
MCX पर गोल्ड गिरा, चांदी में हल्का उछाल
मल्टी कमोडिटी एक्सचेंज (MCX) पर भी सोना कमजोर दिखा। दिसंबर 2025 एक्सपायरी वाले कॉन्ट्रैक्ट में 1.26% की गिरावट आई और कीमत ₹1,19,429 प्रति 10 ग्राम रही। ट्रेडिंग के दौरान लो लेवल ₹1,17,628 और हाई ₹1,20,106 का रहा।
वहीं, चांदी में दिन के आखिर में हल्की रिकवरी दिखी — 0.27% की बढ़त के साथ यह ₹1,43,750 प्रति किलो पर पहुंच गई।
एक्सपर्ट की राय: यह करेक्शन है, खतरे की घंटी नहीं
बाजार विशेषज्ञों के अनुसार, मौजूदा गिरावट डरने वाली नहीं बल्कि “हेल्दी करेक्शन” है। डॉलर की मजबूती, अंतरराष्ट्रीय मुनाफा वसूली और वैश्विक व्यापार वार्ताओं से यह दबाव आया है। उनका मानना है कि निकट भविष्य में दाम थोड़े और नीचे जा सकते हैं — संभवतः ₹1.15 लाख तक — लेकिन लंबी अवधि में सोना-चांदी दोनों फिर से ऊपर की ओर रुख करेंगे।