Edited By Radhika,Updated: 13 Oct, 2025 11:18 AM

इस धनतेरस (Dhanteras) पर सोने की चमक और बढ़ने वाली है। Experts का कहना है कि सोने की कीमतों में जारी शानदार तेजी थमने वाली नहीं है। अनुमान है कि 2026 तक सोने का दाम $1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक के रिकॉर्ड स्तर को छू सकती है।
नेशनल डेस्क : इस धनतेरस (Dhanteras) पर सोने की चमक और बढ़ने वाली है। Experts का कहना है कि सोने की कीमतों में जारी शानदार तेजी थमने वाली नहीं है। अनुमान है कि 2026 तक सोने का दाम $1.5 लाख रुपये प्रति 10 ग्राम तक के रिकॉर्ड स्तर को छू सकती है।
कीमत में उछाल का ये है कारण
सोने की कीमतों में यह उछाल कई वैश्विक और घरेलू कारकों (Global and Domestic Factors) का मिला-जुला असर है। 2025 में सोना करीब 50% तक बढ़ चुका है और 2022 से देखें तो यह बढ़त 140% तक पहुंच जाएगी। SMC Global Securities के अनुसार केंद्रीय बैंकों और ईटीएफ की मजबूत खरीदारी, आगामी ब्याज दरों में संभावित कटौती और Fiat Currencies में घटते भरोसे से कीमतें ऊंची बनी रहेंगी। सीनियर वाइस प्रेसिडेंट, रिसर्च का कहना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता, भू-राजनीतिक तनाव और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की बढ़ती उम्मीदों ने इस तेजी को हवा दी है। कमजोर अमेरिकी डॉलर ने भी अन्य मुद्राओं में निवेशकों के लिए सोना खरीदना सस्ता कर दिया है, जिससे मांग बढ़ी है।

धनतेरस पर कीमत का अनुमान
विशेषज्ञों का मानना है कि इस धनतेरस पर सोना रिकॉर्ड ऊंचाई पर पहुंच सकता है। एक अनुमान है कि इस त्योहारी सीज़न में सोना ₹1,20,000 से ₹1,30,000 प्रति 10 ग्राम के बीच रहेगा। उनका संभावित वैश्विक लक्ष्य $4,150-$4,250 प्रति औंस है। MCX पर दिसंबर के लिए सोने की कीमतें पहले ही ₹1,22,284 प्रति 10 ग्राम तक बढ़ चुकी हैं।
क्या $1.5 लाख का आंकड़ा पार होगा?
सोने को लेकर आशावाद मजबूत है, लेकिन इस धनतेरस पर तुरंत ₹1.5 लाख का स्तर पार होने की संभावना कम है। एक्सपर्ट के अनुसार जब तक कोई बड़ा झटका—जैसे कि मुद्रा संकट या गंभीर भू-राजनीतिक उथल-पुथल—नहीं आता, तब तक इस धनतेरस ₹1,50,000 के स्तर को पार करना मुश्किल है। वह निकट भविष्य में ₹1,26,000 से ₹1,28,000 प्रति 10 ग्राम की अधिक यथार्थवादी सीमा का अनुमान लगाते हैं। 2026 की शुरुआत तक वंदना भारती ₹1,50,000 तक पहुंचने की उम्मीद जताती हैं।
निवेशकों के लिए संदेश
विश्लेषकों का अनुमान है कि सोने की कीमतों में तेज़ी 2026 तक जारी रहेगी, खासकर अगर वैश्विक ब्याज दरें गिरती हैं और Inflation बनी रहती है। निवेशकों के लिए, यह धनतेरस केवल एक पारंपरिक खरीदारी का मौका नहीं है, बल्कि अनिश्चितता से बचाव और वैश्विक वित्तीय उतार-चढ़ाव के बीच संपत्ति के स्थायी विश्वास का प्रमाण भी है।