Edited By jyoti choudhary,Updated: 31 May, 2021 11:54 AM
पंजाब कांग्रेस में चल रही खींचतान को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने 3 सदस्यीय कमेटी गठित की है जो सोमवार से इस मसले को लेकर कांग्रेस के विधायकों व मंत्रियों से बातचीत करेगी। नवजोत सिंह सिद्धू, परगट सिंह व मंत्री चरणजीत चन्नी द्वारा पार्टी में उठाए जा रहे...
पंजाब कांग्रेस में चल रही खींचतान को लेकर कांग्रेस हाईकमान ने 3 सदस्यीय कमेटी गठित की है जो सोमवार से इस मसले को लेकर कांग्रेस के विधायकों व मंत्रियों से बातचीत करेगी। नवजोत सिंह सिद्धू, परगट सिंह व मंत्री चरणजीत चन्नी द्वारा पार्टी में उठाए जा रहे मुद्दों को लेकर चल रहे क्लेश के बारे में कांग्रेस के पंजाब प्रभारी हरीश रावत से ‘पंजाब केसरी’ के संवाददाता रमनदीप सिंह सोढी ने बातचीत की। पेश हैं बातचीत के मुख्य अंश-
- कांग्रेस में चल रही खींचतान के बारे में आप क्या कहेंगे?
- यह समय आपसी खींचतान का नहीं है। मैंने कोशिश की है कि कांग्रेस की आपसी कलह को खत्म किया जाए। जब मामला नहीं सुलझा तो मैंने कांग्रेस अध्यक्ष से बात की जिन्होंने 3 सदस्यीय कमेटी गठित की। यह कमेटी इस खींचतान का समाधान करेगी। कमेटी के सदस्यों ने आपस में बैठक कर ली है। सोमवार से पहले चरण में 20 विधायकों से मुलाकात की जाएगी जिसमें सीनियर नेता, पूर्व नेता व मंत्री शामिल होंगे।
- सिद्धू मंगलवार को होंगे कमेटी के सामने पेश
- यह कमेटी पंजाब के कांग्रेसी विधायकों के साथ वन-टू-वन मुलाकात करेगी। इसी के साथ ही मंगलवार को नवजोत सिंह सिद्धू दिल्ली में इस कमेटी के समक्ष पेश होंगे जिसमें उनकी आशंकाओं का निवारण किया जाएगा।
- कमेटी ने आपसी बैठक में क्या चर्चा की?
- हमने यही तय किया है कि जिन लोगों ने 2022 का चुनाव लडऩा है या कांग्रेस में रह कर पार्टी को मजबूत करना है क्यों न उन्हीं से डायरैक्ट बात की जाए क्योंकि अगर इस हालत में हम जनता के सामने जाएंगे तो पार्टी को नुक्सान होगा। हमने तय किया है कि हम पंजाबी लीडरशिप से सुझाव मांगेंगे कि चुनाव को लेकर उनका क्या कहना है।
- परगट सिंह कहते हैं कि उनको धमकी भरी फोन कॉल करवाई गई, इस पर आप क्या कहेंगे?
- यह समय समस्या में उलझने का नहीं बल्कि हल करने का है। पंजाब के नेताओं को यह बात समझनी होगी कि 2022 का चुनाव जीतना उनकी जिम्मेदारी है। 2017 में कांग्रेस इसलिए जीती थी कि सब साथ खड़े थे। जो भी नेता एक-दूसरे पर उंगली उठाएगा उनको इसका जवाब देना ही पड़ेगा। चाहे वह किसी भी पद पर बैठा नेता क्यों न हो?
- बेअदबी के मसले पर आपके ही नेता खुद की सरकार को घेर रहे हैं?
- नवजोत सिंह सिद्धू, प्रताप सिंह बाजवा, परगट सिंह या फिर चरणजीत सिंह चन्नी जितने भी हमारे लीडर हैं, मैं उनकी भावनाओं को समझता हूं। बेअदबी का मुद्दा हमारे लिए सबसे अहम है। ऐसे मुद्दों का हल कानूनी व्यवस्था से किया जाता है। मुझे विश्वास है कि रहते समय में हम इस मुद्दे को हल करेंगे। अगर कहीं कसर रह गई तो 2022 में हमारी सरकार बनेगी। तब हम न्याय जरूर करेंगे। मुझे विश्वास है कि हम दोषियों को दंड जरूर देंगे।
- सिद्धू, चन्नी व परगट सिंह के खिलाफ नहीं खुली कोई इंक्वायरी?
- नवजोत सिंह सिद्धू, चरणजीत सिंह चन्नी व परगट सिंह हमारे वरिष्ठ लीडर हैं। इस समय इन तीनों नेताओं के खिलाफ किसी तरह की कोई इंक्वायरी नहीं खुली है।
- सिद्धू और बाजवा बोल रहे हैं कि कैप्टन की कारगुजारी से ऐसा लगता है कि बादलों से मैच फिक्सिंग चल रही है?
- कांग्रेस की बादलों के साथ कोई मैच फिक्सिंग नहीं है। मैं इतना कहना चाहूंगा कि लोकतंत्र में हमेशा लड़ाई की मुद्रा में नहीं रहना चाहिए। मुख्यमंत्री एक फादर फिगर हैं तो हर वक्त किसी से क्लेश नहीं करना चाहिए। बादलों ने पंजाब से बहुत ज्यादतियां की हैं इसलिए उन्हें दंड जरूर मिलेगा।
- क्या आप कैप्टन के काम से खुश हैं?
- देखिए कैप्टन साहब ने पंजाब के लिए काफी कुछ किया है। फिर भी मैंने उन्हें कहा है कि कैप्टन साहब यह दिल मांगे मोर! मैंने उनसे यह भी कहा कि पहले सप्लीमैंट्री बजट लाया जाए और जो पैंडिंग मसले चल रहे हैं उनका भी निपटारा किया जाए।
- पंजाब के प्रभारी बन कर कैसा महसूस करते हैं?
- मेरी अच्छी किस्मत है कि मैं गुरुओं की धरती पर सेवा निभा रहा हूं। पंजाब के लोग बहुत स्पष्टवादी हैं। जो चीजों को ज्यादा खुल कर कह देते हैं। मैंने भी लीडरशिप को यही सलाह दी है कि आप जनतक तौर पर खुलकर बोलने की बजाय मुझे बताएं मैं उसका समाधान करूंगा।
- इस बात में कितनी सच्चाई है कि हाईकमान कैप्टन को साइलैंट करने जा रही है?
- कमेटी किसी को साइलैंट करने के विचार से काम नहीं करेगी। ऐसा विचार बिल्कुल नहीं चल रहा बल्कि हम सभी को इकट्ठा करने की कोशिश कर रहे हैं।
- कहा जा रहा है कि कांग्रेस हाईकमान सिद्धू को पंजाब प्रदेश अध्यक्ष लगा सकती है, इसमें कितनी सच्चाई है?
- मैंने पहले भी बताया है कि किसी को उतारने या बदलाव करने की हमारी कोई नीति नहीं है। हम पंजाब में सभी कांग्रेसी विधायकों व अन्य वरिष्ठ नेताओं को इकट्ठा करने का प्रयत्न कर रहे हैं।
- क्या 2022 का चुनाव कैप्टन की अगुवाई में लड़ा जाएगा?
- कैप्टन हमारे मुख्यमंत्री हैं। हमारी पार्टी की कुछ परम्पराएं हैं। हम उन्हीं का पालन करेंगे। मुख्यमंत्री भी अपनी टीम का कैप्टन होता है। 2022 में जब कांग्रेस की सरकार आएगी तो उसका भी कैप्टन होगा।
- पार्टी में सिद्धू का क्या स्टेटस है?
- सिद्धू का पार्टी में महत्वपूर्ण स्थान है। कोशिश करेंगे कि उनकी आशंकाओं को दूर किया जाए। सिद्धू में पार्टी के बड़े नेता होने के सारे गुण हैं। दुनिया उनको सुनती है और उनकी बात को मानती है इसलिए सिद्धू पर भी बड़ी जिम्मेदारी है कि वह पार्टी के साथ मिलकर चलें। बड़ा नेता वही होता है जो सबको साथ लेकर चलता है। मैं अपने तजुर्बे से कहना चाहता हूं कि जिसने भी पार्टी के आदेश को माना है जब समय आता है तो पार्टी उस नेता के साथ भी न्याय करती है।
- पार्टी में सिद्धू का अच्छा भविष्य है?
- सिद्धू में कुछ तो ऐसा होगा कि हाईकमान ने इतने सीनियर नेताओं की 3 सदस्यीय कमेटी बनाई है। मुझे उम्मीद है कि जैसे पार्टी सिद्धू का सम्मान कर रही है, सिद्धू भी पार्टी का सम्मान करें।