Edited By Seema Sharma,Updated: 12 Jan, 2020 01:33 PM
थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भारत में एयर डिफेंस कमांड की जोरदार पैरवी करते हुए कहा कि इससे भारत ईरान जैसी गलती करने से बच सकेगा। आर्मी चीफ ने कहा कि अगर भारत में एयर डिफेंस कमांड की मौजूद होगा तो ईरान जैसी गलती से बचा जा सकेगा। आर्मी...
नेशनल डेस्कः थल सेना प्रमुख जनरल मनोज मुकुंद नरवणे ने भारत में एयर डिफेंस कमांड की जोरदार पैरवी करते हुए कहा कि इससे भारत ईरान जैसी गलती करने से बच सकेगा। आर्मी चीफ ने कहा कि अगर भारत में एयर डिफेंस कमांड की मौजूद होगा तो ईरान जैसी गलती से बचा जा सकेगा। आर्मी चीफ ने कहा कि एयर डिफेंस कमांड सही दिशा में उठाया गया कदम है, इससे ये सुनिश्चित किया जा सकेगा कि ईरान जैसी घटनाएं न दोहराई जाएं।
पत्रकारों को संबोधित करते हुए उन्होंने कहा कि मुझे लगता है यदि हम सारी कोशिशें करें तो ऐसी गलती से बच सकेंगे। बता दें कि 8 जनवरी की सुबह राजधानी तेहरान के पास उड़ान भरने के तुरंत बाद ही यूक्रेन का एक यात्री विमान क्रैश हो गया था। ईरान ने कहा कि इस विमान को ईरानी सेना ने ही गलती से मिसाइल मार कर गिरा दिया था। इस यात्री विमान में 176 लोग सवार थे, सभी यात्रियों की जान चली गई थी।
बालाकोट के बाद भारत से भी हुई थी गलती
साल 2019 में दुर्भाग्यवश भारत से भी ऐसी ही गलती हुई थी। 26 फरवरी को भारत ने पाकिस्तान के बालाकोट स्थित आतंकी ठिकानों पर हमला किया था। अगले ही दिन पाकिस्तान की वायुसेना ने भारत में घुसने की कोशिश की, इस दौरान भारत ने कश्मीर में वायुसेना के अपने ही एक हेलिकॉप्टर को गिरा दिया था। यह विमान एमआई-17 एयरक्राफ्ट था और इस हादसे में वायुसेना के 6 अधिकारियों की मौत हो गई थी। तत्कालीन एयर चीफ मार्शल ने इसे बड़ी गलती करार दिया था। अब ईरान से भी वहीं गलती हुई।
चीफ ऑफ डिफेंस स्टाफ का पद संभालते ही बिपिन रावत ने सेना के सभी अंगों को निर्देश दिया था कि वे भारत के आसमान की सुरक्षा के लिए 30 जून तक एयर डिफेंस सिस्टम तैयारी का खाका पेश करें।