Edited By Tanuja,Updated: 20 Jan, 2021 02:21 PM
हिंद-प्रशांत महासागर में बढ़ती चीन के दखल पर जापान ने कड़ा एतराज जताते हुए इस पर लगाम के लिए भारत के सहयोग को महत्वपूर्ण ...
इंटरनेशनल डेस्कः हिंद-प्रशांत महासागर में बढ़ती चीन के दखल पर जापान ने कड़ा एतराज जताते हुए इस पर लगाम के लिए भारत के सहयोग को महत्वपूर्ण बताया है। जापानी राजदूत सतोषी सुजुकी ने कहा कि मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अपने दृष्टिकाण को हासिल करने के जापान के प्रयास में भारत ‘ महत्वपूर्ण साझेदार’ है और दोनों देश समुद्री सुरक्षा एवं संपर्क के क्षेत्रों में अपना सहयोग गहरा बना रहे हैं।
राजदूत ने कहा, ‘‘ यह कहने की जरूरत नहीं है कि मुक्त एवं खुले हिंद-प्रशांत क्षेत्र के अपने दृष्टिकाण को हासिल करने के जापान के प्रयास में भारत ‘अपरिहार्य साझेदार’ है। मुक्त और खुला हिंद-प्रशांत क्षेत्र दोनों ही एशियाई समुद्री ताकतों: प्रशांत क्षेत्र में जापान एवं हिंद महासागर क्षेत्र में भारत के लिए स्वभाविक साझा लक्ष्य है।’’ वह हिंद-प्रशांत क्षेत्र में भारत, फ्रांस एवं भारत के बीच सहयोग विषय पर आयेाजित कार्यशाला को संबोधित कर रहे थे जिसका आयोजन ऑब्जर्वर रिसर्च फाउंडेशन ने किया था।
सतोषी ने कहा कि द्विपक्षीय प्रयासों के अलावा चतुष्कोणीय गठबंधन एक अन्य मंच है जहां भारत और जापान हिंद-प्रशांत क्षेत्र के विषय पर मिलकर काम कर रहे हैं। बता दें कि ‘क्वाड’ समूह जिसमें भारत, जापान, अमेरिका, ब्रिटेन और आस्ट्रेलिया शामिल हैं हिंद-प्रशांत क्षेत्र में चीन के विस्तारवादी रवैये को लेकर चिंचित हैं और चीन के खिलाफ साझा हित के क्षेत्रीय और वैश्विक विषयों पर विचारों का आदान-प्रदान कर रहे हैं ।