Edited By Hitesh,Updated: 25 Jun, 2021 12:59 PM
भारत अब दुनिया भर में अपने सहयोगी देशों के साथ स्वदेशी तौर पर विकसित की गई कोविन ऐप की तकनीक साझा करेगा। आपको बता दें कि ये ऐप कोरोनारोधी टीकाकरण के लिए व पंजीकरण के लिए देश में काफी सफल रही है जिस वजह से अब अन्य देश भी इसकी तकनीक की मांग कर रहे...
नेशनल डेस्क: भारत अब दुनिया भर में अपने सहयोगी देशों के साथ स्वदेशी तौर पर विकसित की गई कोविन ऐप की तकनीक साझी करेगा। आपको बता दें कि ये ऐप कोरोनारोधी टीकाकरण व पंजीकरण के लिए देश भर में काफी सफल रही है जिस वजह से अब अन्य देश भी इसकी तकनीक की मांग कर रहे हैं। यह जानकारी गुरुवार को विदेश मंत्रालय द्वारा दी गई है।
विदेश मंत्रालय (एमईए) के प्रवक्ता अरिंदम बागची ने कहा है कि प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने जी-7 शिखर सम्मेलन के दौरान ओपन सोर्स और डिजिटल टूल्स के उपयोग के अनुभव और विशेषज्ञताओं को अन्य देशों के साथ साझा करने की पेशकश की थी। अब राष्ट्रीय स्वास्थ्य प्राधिकरण ने स्वदेशी रूप से विकसित कोविन ऐप का विवरण साझा करने के लिए दुनिया भर के भागीदार देशों के साथ एक कार्यक्रम आयोजित करने का प्रस्ताव रख दिया है।
रिपोर्ट के मुताबिक मंगलवार को केंद्र ने सूचित किया था कि कोविन प्लेटफार्म में रुचि रखने वाले देशों के लिए जल्द ही एक वैश्विक वेबिनार आयोजित किया जा सकता है।