Edited By Mehak,Updated: 17 Oct, 2025 06:08 PM

धनतेरस 2025 के मौके पर सोना और चांदी की कीमतें रिकॉर्ड स्तर पर पहुंच चुकी हैं। चांदी ने साल की शुरुआत में ₹80,000 प्रति किलो से बढ़कर ₹1.50 लाख प्रति किलो का स्तर पार किया है, जबकि 10 ग्राम सोना ₹1.28–1.30 लाख में बिक रहा है। विशेषज्ञों का मानना है...
नेशनल डेस्क : कल धनतेरस है और इस बार बाजार में फिर वही सवाल गूंज रहा है - 'सोना-चांदी खरीदें या इंतजार करें?'। पिछले नौ महीनों में सोना और चांदी ने निवेशकों को हैरान कर दिया है। साल की शुरुआत में चांदी की कीमत लगभग ₹80,000 प्रति किलो थी, जो अब ₹1.50 लाख प्रति किलो पार कर चुकी है, यानी लगभग दोगुना बढ़ोतरी।
क्यों बढ़ रही है डिमांड?
चांदी की तेजी केवल पूजा-पाठ या गहनों की मांग के कारण नहीं है। इंडस्ट्री में इसकी जरूरत भी लगातार बढ़ रही है। आज चांदी मोबाइल, सोलर पैनल और इलेक्ट्रिक कारों में भी इस्तेमाल होती है। विशेषज्ञों का मानना है कि अगर यही रफ्तार रही, तो 2026 तक चांदी ₹2.40 लाख प्रति किलो तक पहुंच सकती है।
सोने की कीमत भी रिकॉर्ड तोड़ रही है। 10 ग्राम सोना अब ₹1.28–1.30 लाख के बीच बिक रहा है, यानी पिछले साल की तुलना में लगभग 25% की बढ़त। डॉलर की कमजोरी, महंगाई और शेयर बाजार की अस्थिरता के कारण निवेशक सोने को 'सुरक्षित निवेश' मानकर खरीद रहे हैं। विशेषज्ञों के अनुसार, सोने की कीमत अगले साल ₹1.50 लाख प्रति 10 ग्राम तक पहुंच सकती है।
सावधान रहें नकली धातुओं से
बाजार में नकली सोना और चांदी भी बिक रही है। सोना खरीदते समय BIS हॉलमार्क जरूर देखें। चांदी के सिक्कों में कुछ नकली हो सकते हैं। असली चांदी चुंबक से खिंचती नहीं और थोड़े समय में हल्की काली परत (oxidation) आना सामान्य है।
अब क्या करें इस धनतेरस?
अगर आप पूजा, उपहार या दीर्घकालीन निवेश के लिए खरीद रहे हैं, तो सोना-चांदी दोनों फायदे का सौदा हो सकते हैं। लेकिन केवल मुनाफे के लालच में खरीदारी करने से थोड़ा रुकना समझदारी होगी, क्योंकि त्योहारों के बाद मुनाफा बुकिंग से कीमतों में नरमी आ सकती है।