Edited By Mansa Devi,Updated: 07 Jul, 2025 04:15 PM

इजराइल की सेना ने यमन के हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाहों और उनके ठिकानों को निशाना बनाकर सोमवार तड़के हवाई हमले किए जिसके जवाब में विद्रोहियों ने भी इजराइल की ओर मिसाइल दागी। इजराइल की सेना ने कहा कि उसने हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले...
इंटरनेशनल डेस्क: इजराइल की सेना ने यमन के हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले बंदरगाहों और उनके ठिकानों को निशाना बनाकर सोमवार तड़के हवाई हमले किए जिसके जवाब में विद्रोहियों ने भी इजराइल की ओर मिसाइल दागी। इजराइल की सेना ने कहा कि उसने हूती विद्रोहियों के कब्जे वाले होदेदा, रास ईसा और सालिफ बंदरगाहों के साथ-साथ रास कनातिब ऊर्जा संयंत्र पर हमले किए। उसने कहा, ‘‘इन बंदरगाहों का इस्तेमाल हूतियों द्वारा ईरान की सरकार से हथियार लाने के लिए किया जाता है। ये हथियार फिर इजराइल और उसके सहयोगियों के खिलाफ आतंकवादी हमलों में इस्तेमाल किए जाते हैं।''
हूती विद्रोहियों ने इन हमलों की पुष्टि की, लेकिन उसने हमले में हुए नुकसान के बारे में कोई जानकारी नहीं दी। हूती विद्रोहियों के सैन्य प्रवक्ता ब्रिगेडियर जनरल याह्या सारी ने दावा किया कि उनकी वायु रक्षा सेना ने ‘‘इजराइल के हमले का प्रभावी तरीके से सामना किया'', हालांकि उन्होंने इसके समर्थन में कोई साक्ष्य नहीं दिया। हूतियों ने जवाब में इजराइल पर मिसाइल हमला किया। इजराइल की सेना ने कहा कि उन्होंने मिसाइल को रोकने की कोशिश की, लेकिन ऐसा लगता है कि मिसाइल लक्ष्य तक पहुंच गई।
हालांकि, इस हमले में किसी के घायल होने की अभी कोई जानकारी नहीं मिली है। ये हमले रविवार को लाल सागर में लाइबेरियाई ध्वज वाले जहाज को निशाना बनाकर किए गए हमले के बाद किए गए। इस हमले में लाइबेरियाई ध्वज वाले जहाज में आग लग गई थी और उसमें पानी भर गया था जिसके बाद चालक दल को जहाज को छोड़ना पड़ा। यूनान के स्वामित्व वाले बल्क कैरियर जहाज ‘मैजिक सीज' पर हुए हमले के लिए तत्काल हूती विद्रोहियों पर संदेह जताया गया। एक सुरक्षा कंपनी के अनुसार, जहाज पर पहले छोटे हथियारों और रॉकेट से दागे जाने वाले ग्रेनेट (आरपीजी) से हमले के बाद बम से लैस ड्रोन नौकाओं ने उसे निशाना बनाया।