Edited By Seema Sharma,Updated: 08 Sep, 2019 03:16 PM

भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के. सिवन ने रविवार को कहा कि चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम' के चंद्रमा की सतह पर होने का पता चला है। सिवन ने कहा कि जी हां, हमें लैंडर ‘विक्रम' के चंद्रमा की सतह पर होने का पता चला है।
बेंगलुरुः भारतीय अंतरिक्ष अनुसंधान संगठन (इसरो) के प्रमुख के. सिवन ने रविवार को कहा कि चंद्रयान-2 के लैंडर ‘विक्रम' के चंद्रमा की सतह पर होने का पता चला है। सिवन ने कहा कि जी हां, हमें लैंडर ‘विक्रम' के चंद्रमा की सतह पर होने का पता चला है। ‘हार्ड लैंडिंग' की वजह से उसे नुकसान पहुंचने के सवाल पर सिवन ने कहा, ‘‘ हमें इस बारे में अभी कुछ नहीं पता।'' उन्होंने कहा कि ‘विक्रम' मॉड्यूल से संपर्क स्थापित करने के प्रयास जारी हैं।
गौरलतब है कि भारतीय अंतरिक्ष एजेंसी इसरो द्वारा चंद्रमा की सतह पर चंद्रयान-2 के विक्रम लैंडर की ‘सॉफ्ट लैंडिंग' का अभियान शनिवार को अपनी तय योजना के मुताबिक पूरा नहीं हो पाया था। लैंडर को शुक्रवार देर रात लगभग 1 बजकर 38 मिनट पर चांद की सतह पर उतारने की प्रक्रिया शुरू की गई, लेकिन चांद पर नीचे की तरफ आते समय 2.1 किलोमीटर की ऊंचाई पर जमीनी स्टेशन से इसका संपर्क टूट गया। इसरो के अधिकारियों के मुताबिक चंद्रयान-2 का ऑर्बिटर पूरी तरह सुरक्षित और सही है। हालांकि चांद पर पहुंचने में कुछ ही मिनट पहले मिले इस झटके से सिवन भावुक हो गए थे जिनके प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी ने गले लगाकर साहस बंधाया।