Edited By Radhika,Updated: 20 May, 2025 04:17 PM

ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइलों से उड़ा दिया था। यह देश का आतंकवाद के खिलाफ भारत का एक बड़ा अभियान है। इस ऑपरेशन से पाकिस्तान में डर का माहौल है, लेकिन अब यह ऑपरेशन देश की राजनीति में चर्चा का विषय बन...
नेशनल डेस्क: ऑपरेशन सिंदूर में भारत ने पाकिस्तान और PoK में स्थित 9 आतंकी ठिकानों को मिसाइलों से उड़ा दिया था। यह देश का आतंकवाद के खिलाफ भारत का एक बड़ा अभियान है। इस ऑपरेशन से पाकिस्तान में डर का माहौल है, लेकिन अब यह ऑपरेशन देश की राजनीति में चर्चा का विषय बन गया है।
खरगे का 'ऑपरेशन सिंदूर' पर सवाल-
'ऑपरेशन सिंदूर' ने एक तरफ जहां आतंकियों की कमर तोड़ दी, वहीं दूसरी तरफ कांग्रेस अध्यक्ष मल्लिकार्जुन खरगे इसे महज 'छोटी सी जंग' बता रहे हैं। खरगे ने 'ऑपरेशन सिंदूर' को 'बस एक छोटी-सी जंग' बताते हुए पीएम मोदी पर निशाना साधा। उन्होंने कहा कि जम्मू-कश्मीर में पहले से ही खतरे की आशंका थी। खरगे ने सवाल उठाया, "17 अप्रैल को जम्मू-कश्मीर पीएम मोदी इसलिए नहीं गए क्योंकि खबर थी कि वहां गड़बड़ हो सकती है। आपने (मोदी) पर्यटकों को जाने से मना क्यों नहीं किया? पहलगाम में मोदी सरकार ने पर्यटकों को सुरक्षा मुहैया नहीं कराई।" मल्लिकार्जुन खरगे ने ऐसे समय में 'ऑपरेशन सिंदूर' और पीएम मोदी पर सवाल उठाए हैं, जब दुश्मन देश भारत की कार्रवाई से कांप रहा है।

सरकार का स्पष्ट संदेश: 'ऑपरेशन सिंदूर' अभी खत्म नहीं
भारत सरकार ने साफ कर दिया है कि ऑपरेशन सिंदूर अभी खत्म नहीं हुआ है, इस पर केवल 'पॉज़' बटन दबा है। अगर पाकिस्तान ने फिर से कोई हिमाकत की, तो उसे 'ऑपरेशन सिंदूर' से ही जवाब दिया जाएगा। इस बीच खबरें आ रही हैं कि 'ऑपरेशन सिंदूर' की सफलता के बाद सरकार डिफेंस बजट में बड़ा इजाफा कर सकती है, जिससे भारतीय सेना की ताकत और बढ़ाई जा सके।
क्या था 'ऑपरेशन सिंदूर'?
दरअसल, 7 मई, 2025 को भारत ने 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत पाकिस्तान और PoK में नौ आतंकी ठिकानों पर सटीक मिसाइल हमले किए थे। यह कार्रवाई 22 अप्रैल को पहलगाम में 26 नागरिकों की बर्बर हत्या के जवाब में की गई थी। 'ऑपरेशन सिंदूर' के तहत भारतीय सेना ने 100 से अधिक आतंकियों को मार गिराया और पाकिस्तान के 11 एयरबेस नष्ट किए। इस ऑपरेशन से पाकिस्तान इतना टूट गया कि उसने सीजफायर की गुहार लगाई, जिसके बाद भारत ने उसे छोड़ा। यह ऑपरेशन भारत की दृढ़ता और आतंकवाद के खिलाफ उसकी शून्य-सहिष्णुता नीति को दर्शाता है।