Edited By Mahima,Updated: 15 Jun, 2024 02:24 PM
लोकसभा चुनाव 2024 समाप्त हो गया है। अब हर किसी की नजर नतीजों पर टिकी हुई हैं। हालांकि एग्जिट पोल की बात करें तो मोदी सरकार तीसरी बार लगातार सत्ता हासिल करती दिख रही है।
नेशनल डेस्क (महिमा गौतम): लोकसभा चुनाव 2024 समाप्त हो गया है। अब हर किसी की नजर नतीजों पर टिकी हुई हैं। हालांकि एग्जिट पोल की बात करें तो मोदी सरकार तीसरी बार लगातार सत्ता हासिल करती दिख रही है। हालांकि, ऐसे में अब देश की कुछ ऐसी चुनिंदा सीटें भी हैं जिनके नतीजों पर सबकी निगाहें टिकी हुई हैं क्योंकि उनके नतीजे पूरे देश की राजनीति को अच्छे से प्रभावित कर सकते हैं। आइए जानें कौन हैं वो सीटें जिनपर है सबकी खास नजर-
1. मंडी सीट (हिमाचल प्रदेश)
हिमाचल के शहर मंडी जिसे अक्सर मंदिरों की बड़ी संख्या के कारण छोटी काशी के नाम से जाना जाता है। इस बार इस सीट से बीजेपी की तरफ से बॉलीवुड अभिनेत्री कंगना रनौत खड़ी हैं। वहीं विपक्ष यानी कांग्रेस की तरफ से हिमाचल प्रदेश के लोक निर्माण विभाग मंत्री विक्रमादित्य सिंह को टिकट मिली है जोकि राज्य के 6 बार मुख्यमंत्री रहे दिवंगत वीरभद्र सिंह के बेटे हैं। अब इस हाई-प्रोफाइल मुकाबले को देखना दिलचस्प होगा कि अखिर कौन किसको मात देता है।
बता दें कि 2014 और 2019 में हुए यहां बीजेपी की ओर से राम स्वरूप शर्मा जीते थे। लेकिन 2021 में उनकी मृत्यु के बाद दोबारा से उपचुनाव करवाए गए। इस चुनाव में विक्रमादित्य की मां प्रतिभा सिंह ने करीब 7,000 वोटों के अंतर से सीट जीती थी। हालांकि, 2019 में शर्मा ने यह सीट 400,000 वोटों के अंतर से जीती थी। अब देखना बाकी है कि क्या विक्रामदित्य यहां बाजी मार सकेंगे या फिर बीजपी का पलड़ा भारी दिखता है।
2. रायबरेली (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश की रायबरेली सीट अपने इतिहास में सबसे ऐतिहासिक सीटों में से एक मानी जाती है। इंदिरा गांधी, सोनिया गांधी, फिरोज गांधी जैसे कई नामों का ये एक महत्वपूर्ण गढ़ है। रायबरेली की सीट हमेशा से कांग्रेस के लिए एक मजबुत सीट के तौर पर रही है। इतिहास की बात करें तो 20 लोकसभा चुनावों में से कांग्रेस ने 17 में जीत हासिल की थी। देश की सबसे मजबूत और अब तक की इकलोती महिला प्रधानमंत्री इंदिरा गांधी ने भी लगभग एक दशक तक इस सीट को अपने गढ़ के रूप में रखा। हालांकि, इस सीट से सबसे सफल नेता पूर्व कांग्रेस प्रमुख सोनिया गांधी हैं, जिन्होंने इस सीट से एक के बाद एक पिछले पांच लोकसभा चुनाव जीते हैं।
बता दें कि इस बार रायबरेली में कांग्रेस की तरफ से राहुल गांधी चुनाव लड़ रहे है। कांग्रेस की पूर्व अध्यक्ष और रायबरेली लोकसभा सीट से पांच बार सांसद रह चुकी सोनिया गांधी ने इस साल घोषणा की कि 2024 से उनकी जगह उनके बेटे इस सीट से चुनाव लड़ेंगे। इतना ही नहीं राहुल गांधी पहले से ही वायनाड सीट से मौजूदा सांसद हैं। इसके अलावा बीजेपी ने भी 3 बार MLA रह चुके और पूर्व कांग्रेस सदस्य दिनेश प्रताप सिंह को अपने लोकसभा उम्मीदवार के रूप में घोषित किया है। दिनेश ने उत्तर प्रदेश विधानसभा चुनाव 3 बार जीता है, दो बार कांग्रेस के टिकट से (2010 और 2016) और एक बार 2022 में भाजपा के टिकट से।
3. अमेठी (उत्तर प्रदेश)
उत्तर प्रदेश के एक अन्य शहर अमेठी, जो कि एक और बहुच्रर्चित सीटों में से एक है। इस बार कांग्रेस से किशोरी लाल शर्मा का मुकाबला बीजेपी की स्मृति ईरानी से होने जा रहा है। जिन्होंने 2019 के आम चुनावों में कांग्रेस नेता राहुल गांधी को 50,000 से अधिक मतों से हराया था। 2019 में राहुल गांधी ने अमेठी से चुनाव लड़े थे जिसमें उनको भारी हार का सामना करना पड़ा था। कहा जा रहा है कि राहुल की इस हार के बाद से गांधी परिवार का प्रभाव काफी कम हो गया था। अब इस चुनाव में ये देखना बेहद दिल्चसप होगा कि क्या कांग्रेस एक बार फिर अमेठी में अपनी जगह बना पाती है कि नहीं। बता दें कि, पंजाब के रहने वाले किशोरी लाल ने 1983 में अमेठी में पहली बार कांग्रेस कार्यकर्ता के रुप में कदम रखा था।
4. वाराणसी (उत्तर प्रदेश)
वाराणसी प्रधानमंत्री नरेंद्र मोदी की संसदीय सीट है। यह सीट इसलिए महत्वपूर्ण है क्योंकि यहां से मोदी के चुनाव जीतने या हारने का प्रभाव राष्ट्रीय राजनीति पर पड़ सकता है। पीएम मोदी 2014 और 2019 के चुनावों में अपनी सफल जीत के बाद लगातार तीसरी बार वाराणसी से चुनाव लड़े। बात करें 2014 की तो पीएम ने अरविंद केजरीवाल को 337,000 वोटों से भारी अंतर से हराया था। इतना ही नहीं 2019 में उनकी जीत और भी शानदार रही, क्योंकि उन्होंने समाजवादी पार्टी-बहुजन समाज पार्टी के महागठबंधन की उम्मीदवार शालिनी यादव को 480,000 वोटों के प्रभावशाली अंतर से आसानी से पीछे छोड़ दिया था।
ऐसे में बात करें कांग्रस की तो, इस बार उनकी तरफ से अजय राय चुनाव में खड़े हुए हैं। अजय तीसरी बार चुनावी जंग में बहुत उम्मीदों के साथ उतरे हैं। बता दें कि राय ने उत्तर प्रदेश विधानसभा में लगातार तीन कार्यकाल 1996, 2002 और 2007 में भाजपा के बैनर तले जीते। हालांकि 2009 में गठबंधन के बीच दरार आ गई। ऐसे में अब 2024 में अजय, कांग्रस की तरफ से पीएम मोदी के खिलाफ खड़े हैं।
5. गांधीनगर (गुजरात)
गांधीनगर भाजपा के प्रमुख नेताओं की सीट रही है। इस सीट पर लालकृष्ण आडवाणी जैसे वरिष्ठ नेता चुनाव लड़ चुके हैं, जिससे इसकी महत्ता बढ़ जाती है। ऐसे में 2024 के चुनावों की बात करें तो भाजपा और कांग्रेस के बीच एक हाई-प्रोफाइल मुकाबला देखने को मिल रहा है। मौजूदा सांसद और केंद्रीय गृह मंत्री अमित शाह भाजपा के लिए फिर से चुनाव लड़ रहे हैं। उन्होंने 2019 में इस सीट पर बड़े अंतर से जीत हासिल की थी। कांग्रेस ने पारंपरिक रूप से भाजपा के गढ़ में शाह को चुनौती देने के लिए सोनल पटेल को मैदान में उतारा है। गांधीनगर सीट अपने राजनीतिक महत्व और इस दौड़ में शामिल प्रमुख हस्तियों के कारण एक महत्वपूर्ण सीट है।