Edited By Tanuja,Updated: 06 Mar, 2023 12:46 PM

पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव जिम मैटिस ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रक्षा बलों को अच्छी तकनीक की जरूरत है क्योंकि " भारत जितना अधिक...
इंटरनेशनल डेस्कः पूर्व अमेरिकी रक्षा सचिव जिम मैटिस ने शुक्रवार को कहा कि भारतीय रक्षा बलों को अच्छी तकनीक की जरूरत है क्योंकि " भारत जितना अधिक मजबूत होगा, इस दुनिया में उतनी ही शांत चीजें मिलने वाली हैं।" मैटिस ने शुक्रवार को रायसीना डायलॉग 2023 के 8वें संस्करण में "द ओल्ड, द न्यू एंड द अनकन्वेंशनल: असेसिंग कंटेम्पररी कंफ्लिक्ट्स" पर पैनल डिस्कशन में बोलते हुए यह बात कही। जिम मैटिस ने कहा कि "नई तकनीक आने पर भी मानवीय कारक हावी रहते हैं। भारतीय सेना को अच्छी तकनीक की जरूरत है क्योंकि जितना अधिक भारत मजबूत होगा और खुद के लिए बोलेगा, इस दुनिया में उतनी ही शांत चीजें मिलने वाली हैं। हम उस तरह की ताकत चाहते हैं ।
जिम मैटिस ने दावा किया है कि पुतिन के यूक्रेन युद्ध से वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) के पार चीन की घुसपैठ को बढ़ावा मिल सकता है। पूर्व अधिकारी ने चिंता व्यक्त करते कहा कि चीन यूक्रेन युद्ध पर कड़ी नजर रख रहा है। यदि यूक्रेन में रूसी आक्रमण सफल होता है तो इससे चीन को भारत के साथ वास्तविक नियंत्रण रेखा (एलएसी) पर हमला करने का मौका मिलेगा। मैटिस ने 3 मार्च को रायसीना डायलॉग के 8वें संस्करण के दौरान "पुराने, नए और अपरंपरागत: समकालीन संघर्षों का आकलन" विषय पर पैनल चर्चा में बोलते हुए यह चिंता जताई है। चर्चा के दौरान अमेरिका के पूर्व रक्षा सचिव से पूछा गया था कि क्या अमेरिका चीन से निपटने के लिए तैयार है। इस पर उन्होंने जवाब दिया कि उन्हें इसमें कोई संदेह नहीं है कि अमेरिका तैयार है।
मैटिस ने परमाणु खतरे की बातचीत पर कहा कि ''हम परमाणु हथियारों पर पुतिन की गुस्ताख़ी भारी बातें सुनते हैं। जबकि पुराने सोवियत संघ के पोलित ब्यूरो ने ऐसा कभी नहीं किया। उन्होंने कहा कि "हमें परमाणु हथियार नियंत्रण संधि पर वापस जाने की आवश्यकता है।" वहीं चर्चा में मौजूद जनरल एंगस कैंपबेल ने रूस-यूक्रेन युद्ध को अवैध करार दिया और जोर देकर कहा कि यह एक संप्रभु राष्ट्र की अखंडता का उल्लंघन है। पूर्व अमेरिकी रक्षा मंत्री जिम मैटिस ने भी कहा था कि भारत सैन्य रूप से जितना मजबूत होगा, दुनिया भर में स्थिति उतनी ही शांत होगी।