Edited By Parminder Kaur,Updated: 12 Feb, 2024 11:13 AM
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भारत में FasTag को बंद किया जा रहा है और इसकी जगह GPS लाया जा रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने भारत में सभी टोल बूथों को हटाने और वाहनों के लिए जीपीएस-सैटेलाईट बेस्ड टोल कनेक्शन सिस्टम लागू करने का फैसला किया है।
नेशनल डेस्क. भारत में FasTag को बंद किया जा रहा है और इसकी जगह GPS लाया जा रहा है। केंद्रीय परिवहन मंत्री नितिन गडकरी ने कहा कि केंद्र सरकार ने भारत में सभी टोल बूथों को हटाने और वाहनों के लिए जीपीएस-सैटेलाईट बेस्ड टोल कनेक्शन सिस्टम लागू करने का फैसला किया है।
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केंद्रीय मंत्री ने राज्यसभा में एक सवाल के जवाब में कहा कि हम संसद को आश्वस्त करना चाहते हैं कि टोल प्रणाली को लेकर दुनिया की सबसे अच्छी तकनीक सेटेलाइट आधारित प्रणाली जल्द शुरू की जाएगी, जिसके बाद टोल नाके हटा दिए जाएंगे।
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उन्होंने कहा कि वर्तमान जीपीएस-आधारित टोल संग्रह प्रणाली अगले महीने लागू होगी। इससे सीमा शुल्क बूथ पूरी तरह से हट जाएंगे और लोगों को वाहनों में जीपीएस सिस्टम का इस्तेमाल कर सीमा शुल्क का भुगतान करना होगा। इससे लोगों को रुकने की जरूरत नहीं होगी और नंबर प्लेट की फोटो से टोल वसूली होगी। यह प्रणाली हाईवे अथवा एक्सप्रेसवे का प्रयोग किए जाने वाले समय के आधार पर शुल्क वसूलेगी। यह शुल्क वाहन चालक के बैंक अकाउंट से स्वत: कट जाएगा।
इस दौरान गडकरी ने फास्टैग से वसूली का आंकड़ा बताते हुए कहा कि फास्टैग से 49 हजार करोड़ रुपये से अधिक टोल वसूली हो चुकी है। प्रतिदिन का संग्रह 170 से 200 करोड़ के बीच का है।
बता दें कि आगामी लोकसभा चुनावों की घोषणा से पहले इसके लागू होने की उम्मीद है।