Edited By Mansa Devi,Updated: 30 May, 2025 02:09 PM

मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति जनगणना कराने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया, जिसकी मांग वह जोर शोर से उठा रहे थे। जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राज्य की राजधानी से करीब 140 किलोमीटर दूर काराकाट में प्रधानमंत्री के साथ...
नेशनल डेस्क: मुख्यमंत्री नीतीश कुमार ने जाति जनगणना कराने के लिए शुक्रवार को प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी को धन्यवाद दिया, जिसकी मांग वह जोर शोर से उठा रहे थे। जनता दल (यूनाइटेड) के अध्यक्ष राज्य की राजधानी से करीब 140 किलोमीटर दूर काराकाट में प्रधानमंत्री के साथ मंच साझा कर रहे थे, जहां प्रधानमंत्री ने 48,000 करोड़ रुपये से अधिक की लागत वाली विकास परियोजनाओं की शुरुआत की। वर्ष 1990 के दशक से ही भारतीय जनता पार्टी (भाजपा) के सहयोगी रहे नीतीश कुमार ने कहा, ‘‘दिवंगत अटल बिहारी वाजपेयी की तरह नरेन्द्र मोदी जी भी हमारे राज्य के लिए बहुत कुछ कर रहे हैं।
आइए, हम सभी उनका अभिनंदन करें।'' नीतीश कुछ समय के लिए भाजपा से अलग भी हुए थे, हालांकि भाजपा के नेतृत्व वाले राष्ट्रीय जनतांत्रिक गठबंधन (राजग) में फिर शामिल हुए नीतीश अब जोर देकर कहते हैं कि वह हमेशा के लिए राजग में वापस आ गए हैं। जद (यू) सुप्रीमो ने इस साल के केंद्रीय बजट का जिक्र किया, जिसमें बिहार के लिए ‘‘मखाना बोर्ड का गठन और हवाई अड्डों'' जैसे विशेष प्रावधान थे। कुमार ने कहा, ‘‘मैं जाति जनगणना पर सहमति जताने के लिए प्रधानमंत्री को नमन करता हूं। यह बहुत बड़ी बात है। हम लोग इतने लंबे समय से इसकी मांग कर रहे थे... मैं यहां मौजूद सभी लोगों से आग्रह करता हूं कि वे खड़े होकर उनका अभिनंदन करें।''
कांग्रेस के नेतृत्व वाले विपक्ष का परोक्ष रूप से जिक्र करते हुए कुमार ने कहा, ‘‘कुछ पार्टियां जाति जनगणना के बारे में बहुत बातें कर रही हैं। सत्ता में रहते हुए उनके पास एक अवसर था, जिसे उन्होंने गंवा दिया।'' बिहार के मुख्यमंत्री ने बिना किसी का नाम लिए अपने कट्टर प्रतिद्वंद्वी लालू प्रसाद के राष्ट्रीय जनता दल (राजद) पर भी हमला किया और कहा, ‘‘हमसे पहले बिहार पर शासन करने वालों ने कुछ नहीं किया। शिक्षा, सड़कें, रोजगार सृजन, महिलाओं का सशक्तिकरण, इन पर हमारे सत्ता में आने के बाद ध्यान दिया गया।''