Edited By Parveen Kumar,Updated: 01 Aug, 2025 11:42 PM

मोबाइल पर खेले जाने वाले ऑनलाइन गेम की लत बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। इंदौर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सातवीं कक्षा के एक छात्र ने सिर्फ इसलिए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली क्योंकि वह ऑनलाइन गेम में 2800 रुपये हार गया...
नेशनल डेस्क: मोबाइल पर खेले जाने वाले ऑनलाइन गेम की लत बच्चों के लिए जानलेवा साबित हो रही है। इंदौर में एक दिल दहला देने वाली घटना सामने आई है, जहां सातवीं कक्षा के एक छात्र ने सिर्फ इसलिए फांसी लगाकर आत्महत्या कर ली क्योंकि वह ऑनलाइन गेम में 2800 रुपये हार गया था। छात्र को डर था कि जब परिजनों को इस बात का पता चलेगा तो वे उसे डांटेंगे।
मां के डेबिट कार्ड से लिंक थी गेमिंग ID
मिली जानकारी के अनुसार, मृतक छात्र ने अपनी गेमिंग आईडी से अपनी माँ का डेबिट कार्ड लिंक कर रखा था। गेम में 2800 रुपये हारने के बाद यह राशि सीधे माँ के खाते से कट गई थी, जिसका मैसेज भी उन्हें मिला था। इस बात का छात्र ने इतना अधिक तनाव ले लिया कि उसने घर में फांसी लगा ली। घटना के बाद से परिजन सदमे में हैं।
घर के वाई-फाई से जुड़ा था मोबाइल, सिमकार्ड नहीं था
पुलिस के अनुसार, एमआईजी क्षेत्र के अनुराग नगर में रहने वाला 13 वर्षीय छात्र आकलन जैन दोपहर में अपने कमरे में फांसी के फंदे पर लटका मिला। दादा ने जब उसे देखा तो तुरंत परिजनों को सूचना दी। आकलन को तत्काल अस्पताल ले जाया गया, लेकिन डॉक्टरों ने उसे मृत घोषित कर दिया। पुलिस ने मामला दर्ज कर जांच शुरू कर दी है।
बताया जा रहा है कि आकलन जिस मोबाइल फोन का इस्तेमाल करता था, उसमें सिमकार्ड नहीं था। वह घर में लगे वाई-फाई से जुड़ा था और उसी से गेम डाउनलोड कर खेलता था। आकलन के पिता की ग्वालटोली क्षेत्र में ऑटो पार्ट्स की दुकान है। यह घटना ऑनलाइन गेमिंग के बढ़ते खतरों और बच्चों पर इसके मनोवैज्ञानिक प्रभाव को उजागर करती है।