Edited By Seema Sharma,Updated: 05 Aug, 2021 12:11 PM
संसद मानसून सत्र 19 जुलाई से चल रहा है लेकिन जबसे यह शुरू हुआ, एक दिन भी ऐसा नहीं आया जब शांति से सदन में किसी मुद्दे पर चर्चा हुई हो। सदन शुरू होते ही विपक्ष अलग-अलग मुद्दों को आधार बनाकर हंगामा शुरू कर देता है और संसद की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ती...
नेशनल डेस्क: संसद मानसून सत्र 19 जुलाई से चल रहा है लेकिन जबसे यह शुरू हुआ, एक दिन भी ऐसा नहीं आया जब शांति से सदन में किसी मुद्दे पर चर्चा हुई हो। सदन शुरू होते ही विपक्ष अलग-अलग मुद्दों को आधार बनाकर हंगामा शुरू कर देता है और संसद की कार्रवाई स्थगित करनी पड़ती है। गुरुवार को भी सदन की कार्रवाई शुरू होते ही विपक्ष ने नारेबाजी शुरू कर दी और इसके चलते राज्यसभा को कुछ समय के लिए स्थगित करना पड़ा।
लोकसभा में जमकर नारेबाजी
लोकसभा के शुरू होते ही स्पीकर ओम बिरला ने ओलंपिक में शानदार प्रदर्शन करने वाली भारतीय पुरुष हॉकी टीम को और मुक्केबाज लवलीना को बधाई दी। इसके बाद ही विपक्ष ने हंगामा करना शुरू कर दिया। विपक्षी नेताओं ने प्लेकार्ड हाथों में लेकर वेल में जमकर नारेबाजी की।
राज्यसभा
राज्यसभा में भी कार्रवाई होने पर काफी शोरगुल हुआ। वहीं हंगामे के बीच नेता प्रतिपक्ष मल्लिकार्जुन खड़गे खड़े हुए और उन्होंने पुराने दिनों की याद दिलाई। खड़गे ने कहा कि हम अपनी बात रखने के लिए जो करते हैं वो लोकतांत्रिक तरीका ही है। खड़गे ने कहा कि इसी जगह पर खड़े होकर कभी अरुण जेटली जी ने कहा था कि डिस्रप्शन इज पार्ट ऑफ डेमोक्रेसी (Disruption is part of democracy)। खड़गे अपनी बात भी पूरी नहीं कर पाए और सदन में फिर से हंगामा शुरू हो गया।