Edited By Yaspal,Updated: 26 Oct, 2018 09:28 PM
जापान को भारत का मूल्यवान एवं विश्वसनीय सहयोगी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी आगामी जापान यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कारोबार...
नई दिल्लीः जापान को भारत का मूल्यवान एवं विश्वसनीय सहयोगी बताते हुए प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने शुक्रवार को कहा कि उनकी आगामी जापान यात्रा के दौरान दोनों देशों के बीच कारोबार, निवेश के साथ ही स्वास्थ्य सेवा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, आपदा मोचन एवं आपदाओं का सामना करने के लिए आधारभूत संरचना जैसे नये क्षेत्र में सहयोग को बढ़ाने पर जोर दिया जायेगा।
जापान यात्रा पर रवाना होने से पहले अपने बयान में प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी ने कहा ‘‘मैं 28-29 अक्टूबर को जापान में वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जा रहा हूं। सितंबर 2014 में मेरी प्रधानमंत्री के रूप में पहली जापान यात्रा के बाद प्रधानमंत्री शिंजो अबे के साथ यह 12वीं बैठक होगी।’’ उन्होंने कहा, ‘‘जापान हमारा मूल्यवान सहयोगी है। हमारा जापान के साथ विशेष सामरिक एवं वैश्विक गठजोड़ है। जापान के साथ हमारे आर्थिक, सामरिक सहयोग में हाल के वर्षो में काफी बदलाव आया है । आज हमारा सहयोग काफी गहरा एवं उद्देश्यपूर्ण है।’’मोदी ने कहा कि भारत और जापान के बीच सहयोग भारत की एक्ट ईस्ट नीति और मुक्त, खुला तथा समावेशी हिन्द प्रशांत क्षेत्र के प्रति दोनों देशों की साझी प्रतिबद्धता के मजबूत स्तम्भों पर आधारित है। उन्होंने कहा कि एक लोकतंत्र के तौर पर हमारे साझे मूल्य हैं और हम सभी के लिये शांति और समृद्धि की कामना करते हैं।
प्रधानमंत्री ने कहा, ‘‘हमारे बीच यह पूरक भाव ही भारत और जापान को विजयी युग्म बनाता है । जापान आज के समय में भारत के आर्थिक एवं प्रौद्योगिकी आधुनिकीकरण में सबसे विश्वसनीय सहयोगी है।’’ उन्होंने कहा कि मुम्बई-अहमदाबाद हाई स्पीड कारिडोर और सर्मिपत फ्रेट कारिडोर जैसी परियोजनाएं दोनों देशों के बीच उच्च स्तरीय एवं मजबूत आॢथक सहयोग को प्रर्दिशत करते हैं। उन्होंने कहा कि जापान हमारे देश में ‘मेक इन इंडिया, डिजिटल इंडिया, स्टार्टअप इंडिया जैसी राष्ट्रीय पहल में आगे बढ़कर सहयोग कर रहा है। मोदी ने कहा कि वे नवोन्मेष, प्रौद्योगिकी एवं सर्वश्रेष्ठ पहल में विश्व स्तर पर जापान के वैश्विक नेतृत्व को महत्व देते हैं। इस यात्रा के दौरान उन्हें रोबोटिक्स के क्षेत्र में जापान की उच्च क्षमताओं को देखने का अवसर मिलेगा। उन्होंने बताया कि उन्हें प्रधानमंत्री शिंजो अबे और दोनों देशों के कारोबारी नेताओं एवं उद्योगों के प्रमुखों से बातचीत करने का अवसर मिलेगा और भारतीय समुदाय के लोगों को भी संबोधित करेंगे।
मोदी ने बताया कि इन चर्चाओं से कारोबार, निवेश के साथ ही स्वास्थ्य सेवा, डिजिटल प्रौद्योगिकी, कृषि, खाद्य प्रसंस्करण, आपदा मोचन एवं आपदाओं के मुकाबले के लिए आधारभूत संरचना जैसे नये क्षेत्र में सहयोग करने का अवसर मिलेगा। प्रधानमंत्री ने कहा कि वे दोनों देशों के सांसदों एवं राज्यों के बीच बढ़ते सहयोग का स्वागत करते हैं। यह प्रसन्नता की बात है कि दोनों देशों के लोगों के बीच सीधा सम्पर्क बढ़ रहा है और कौशल विकास, संस्कृति, पर्यटन, शिक्षा जैसे क्षेत्रों में यह आगे बढ़ रहा है। उल्लेखनीय है कि प्रधानमंत्री नरेन्द्र मोदी 2016 में वार्षिक शिखर सम्मेलन में हिस्सा लेने जापान गए थे। पिछले वर्ष जापान के प्रधानमंत्री एवं उनकी पत्नी गुजरात आई थी।