Edited By Anu Malhotra,Updated: 12 May, 2022 01:14 PM

चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि 82 फीसदी हिंदू में केवल 40 फीसदी लोग ही भाजपा को वोट डालते हैं। एक अंग्रेजी अखबार के कार्यक्रम में पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा कि भाजपा ध्रुवीकरण के दम पर चुनाव...
नेशनल डेस्क: चुनावी रणनीतिकार प्रशांत किशोर ने एक कार्यक्रम के दौरान बड़ा दावा किया। उन्होंने कहा कि 82 फीसदी हिंदू में केवल 40 फीसदी लोग ही भाजपा को वोट डालते हैं। एक अंग्रेजी अखबार के कार्यक्रम में पहुंचे प्रशांत किशोर ने कहा कि भाजपा ध्रुवीकरण के दम पर चुनाव जीत जाती है, पूरी तरह से गलत है। उन्होंने कहा कि इस ध्रुवीकरण की बात को बहुत बढ़ा-चढ़ाकर पेश किया जा रहा है। ध्रुवीकरण का तरीका बदल गया है। आप 15 साल पहले कैसे ध्रुवीकरण करते थे लेकिन अब वह बदल गया है।
उन्होंने कहा कि अगर हिंदू समुदाय में ध्रुवीकरण का स्तर 50 फीसदी तक हो जाता है यानी ये 50 फीसदी किसी एक पार्टी को इसलिए वोट करते हैं क्योंकि वे उस पार्टी से प्रभावित हैं, लेकिन यहां ध्यान देने वाली चीज यह है कि ध्रुवीकरण से प्रभावित हर एक हिंदू के साथ एक दूसरा हिंदू खड़ा है जो इससे प्रभावित नहीं है।
प्रशांत किशोर ने कहा कि यह मान लेना कि हिंदू-मुस्लिम का ध्रुवीकरण निर्णायक होता है, इस कारण कोई चुनाव जीत या हार सकता है। ऐसा मानना गलत है। प्रशांत किशोर ने आगे कहा कि जब बाहर निकलते हैं तो ऐसे लोग मिलते हैं जो कहते हैं कि सभी हिंदुओं का ध्रुवीकरण हो गया है, लेकिन तथ्य कुछ और बताते हैं।
उन्होंने उत्तर प्रदेश चुनाव का जिक्र करते हुए कहा कि इस प्रदेश में भाजपा को 40 फीसदी वोट मिले हैं, जबकि राज्य में हिंदू आबादी 80-82 फीसदी है। यानि आधे से कम हिंदुओं ने भाजपा को वोट किया। यहां कह सकते हैं कि यह ध्रुवीकरण का असर है, लेकिन यह नहीं कह सकते कि कोई पार्टी केवल ध्रुवीकरण के आधार पर चुनाव जीतती या हारती है।