Edited By Radhika,Updated: 24 Dec, 2025 06:38 PM

जब कोई व्यक्ति रोजाना शराब पीने का आदी हो जाता है, तो उसका नर्वस सिस्टम शराब की मौजूदगी में काम करने का आदी हो जाता है। लेकिन जैसे ही शराब का सेवन अचानक बंद होता है, शरीर 'अल्कोहल विड्रॉल सिंड्रोम' की स्थिति में चला जाता है। शुरुआत में चिड़चिड़ापन,...
Quit Alcohol Effects: जब कोई व्यक्ति रोजाना शराब पीने का आदी हो जाता है, तो उसका नर्वस सिस्टम शराब की मौजूदगी में काम करने का आदी हो जाता है। लेकिन जैसे ही शराब का सेवन अचानक बंद होता है, शरीर 'अल्कोहल विड्रॉल सिंड्रोम' की स्थिति में चला जाता है। शुरुआत में चिड़चिड़ापन, हाथों में कंपकंपी, अत्यधिक पसीना आना, घबराहट और उल्टी जैसे लक्षण दिखाई दे सकते हैं। ऐसा इसलिए होता है क्योंकि शराब एक 'सेडेटिव' (नींद लाने वाला तत्व) की तरह काम करती है और इसके हटते ही दिमाग का केमिस्ट्री संतुलन बिगड़ जाता है।
नींद और मानसिक स्वास्थ्य पर असर
शराब छोड़ने के बाद सबसे बड़ी समस्या 'अनिद्रा' के रूप में सामने आती है। चूँकि शराब पीने के बाद व्यक्ति जल्दी सो जाता है, इसलिए बिना इसके उसे नींद आने में कठिनाई होती है। हालांकि, विशेषज्ञों का मानना है कि यह स्थिति अस्थायी है। जैसे-जैसे शरीर डिटॉक्स होता है, डिप्रेशन और एंग्जाइटी जैसे मानसिक विकारों में कमी आने लगती है। दिमाग की एकाग्रता (Concentration) बढ़ने लगती है और याददाश्त में भी सुधार महसूस होता है।

लिवर और हार्ट पर असर
शराब छोड़ने का सबसे बड़ा सकारात्मक असर हमारे लिवर पर पड़ता है। शराब की वजह से हुआ फैटी लिवर की समस्या कम होने लगती है। इसके अलावा बीपी में सुधार होता है और भविष्य में दिल के दौरे का खतरा कम हो जाता है। पाचन तंत्र बेहतर काम करने लगता है और शरीर में पोषक तत्वों का अवशोषण (Absorption) बढ़ जाता है।
घट जाता है कैंसर का खतरा
लंबे समय तक शराब पीने का संबंध सिर, गर्दन, ग्रासनली (Esophagus), लिवर, ब्रेस्ट और कोलन कैंसर से पाया गया है। शराब छोड़ते ही इन जानलेवा बीमारियों का जोखिम काफी हद तक कम हो जाता है। इसके अलावा, सौंदर्य के लिहाज से देखें तो शराब शरीर को डिहाइड्रेट करती है। इसे छोड़ने के बाद त्वचा फिर से हाइड्रेटेड और चमकदार (Glow) नजर आने लगती है। शरीर की ऊर्जा का स्तर बढ़ जाता है और वजन घटाने में भी मदद मिलती है।

सावधानी की सलाह
यदि आप बहुत भारी मात्रा में शराब पीते रहे हैं, तो इसे अचानक छोड़ना कभी-कभी घातक भी हो सकता है। गंभीर मामलों में 'डेलिरियम ट्रेमेंस' (Delirium Tremens) जैसी स्थिति बन सकती है जिसमें दौरे पड़ सकते हैं। इसलिए शराब छोड़ने की प्रक्रिया को हमेशा डॉक्टर या विशेषज्ञ की देखरेख में धीरे-धीरे शुरू करना चाहिए।