Edited By Shubham Anand,Updated: 24 Dec, 2025 02:47 PM

बांग्लादेश के उस्मान हादी की मौत को लेकर बड़ा खुलासा हुआ है। उनके भाई ने यूनुस सरकार पर आरोप लगाते हुए कहा कि चुनाव टालने की साजिश में मेरे भाई की हत्या की गई है। यूनुस सरकार के पास कोई विचारों की राजनीति नहीं है, यह सिर्फ अवसरवादी राजनीति करते हैं।...
इंटरनेशनल डेस्क : बांग्लादेश में मौजूदा हालात लगातार तनावपूर्ण होते जा रहे हैं। छात्र नेता शरीफ उस्मान हादी की मौत के बाद देश के कई हिस्सों में हिंसा और विरोध-प्रदर्शन भड़क उठे हैं। जहां एक ओर प्रदर्शनकारी उस्मान हादी की मौत के लिए भारत पर आरोप लगा रहे हैं, वहीं दूसरी ओर उनके परिवार ने सीधे तौर पर मोहम्मद यूनुस के नेतृत्व वाली अंतरिम सरकार को जिम्मेदार ठहराया है। इस मामले ने बांग्लादेश की राजनीति में नया विवाद खड़ा कर दिया है।
उस्मान हादी के बड़े भाई शरीफ उमर हादी ने आरोप लगाया है कि अंतरिम सरकार ने एक सुनियोजित साजिश के तहत उनके भाई की हत्या करवाई। उनका दावा है कि इस हत्या का मकसद आगामी आम चुनावों को टालना या बाधित करना है। उमर हादी का कहना है कि यूनुस सरकार इस मामले की आड़ में देश में चुनावी प्रक्रिया को आगे बढ़ने से रोकना चाहती है।
ढाका में आयोजित कार्यक्रम में लगाए गंभीर आरोप
मंगलवार को ढाका स्थित नेशनल म्यूजियम के बाहर इंकलाब मंच की ओर से एक कार्यक्रम आयोजित किया गया। इस कार्यक्रम के दौरान मंच के प्रवक्ता शरीफ उमर हादी ने अंतरिम सरकार पर तीखा हमला बोला। उन्होंने कहा कि उस्मान हादी की हत्या के पीछे सरकार की सीधी भूमिका है और अब इसी हत्या को बहाना बनाकर चुनावों को टालने की कोशिश की जा रही है। उमर ने कहा कि सरकार के पास किसी तरह की वैचारिक राजनीति नहीं है और वह केवल अवसरवादी राजनीति कर रही है।
चुनाव में बाधा डालने के लिए करवाई गई हत्या का आरोप
उमर हादी ने आगे कहा कि उनके भाई उस्मान हादी देश में फरवरी तक चुनाव कराए जाने के पक्षधर थे। वह लगातार यह मांग कर रहे थे कि बांग्लादेश सरकार चुनावी प्रक्रिया में कोई रुकावट न डाले और लोकतांत्रिक तरीके से चुनाव संपन्न कराए जाएं। उमर के मुताबिक, देश के प्रमुख अखबार द डेली स्टार ने भी इस बात की पुष्टि की है कि उस्मान हादी समय पर चुनाव कराने की वकालत कर रहे थे।
उन्होंने यह भी कहा कि हत्यारों के खिलाफ दर्ज मामले की सुनवाई तेजी से पूरी की जानी चाहिए, ताकि आगामी चुनावों के दौरान देश का माहौल और खराब न हो। हालांकि, उमर का आरोप है कि सरकार की ओर से अब तक इस दिशा में कोई ठोस और प्रभावी कदम नहीं उठाया गया है।
अंतरिम सरकार को दी कड़ी चेतावनी
कार्यक्रम के दौरान शरीफ उमर हादी ने अंतरिम सरकार को चेतावनी देते हुए कहा कि अगर उस्मान हादी को न्याय नहीं मिला, तो सत्ता में बैठे लोगों को भी एक दिन देश छोड़कर भागना पड़ेगा। उन्होंने साफ शब्दों में कहा कि सरकार इस हत्या की जवाबदेही से बच नहीं सकती।
इंकलाब मंच के सदस्य सचिव अब्दुल्ला अल जाबेर ने भी कार्यक्रम को संबोधित करते हुए सरकार को सख्त चेतावनी दी। उन्होंने आरोपियों की गिरफ्तारी के लिए सरकार को 30 कार्यदिवस का समय दिया और कहा कि यदि तय समयसीमा के भीतर कार्रवाई नहीं हुई, तो आंदोलन को और तेज किया जाएगा। इससे पहले भी इंकलाब मंच ने एक प्रेस बयान जारी कर सरकार को आरोपियों की गिरफ्तारी का अल्टीमेटम दिया था।