Edited By Anu Malhotra,Updated: 19 Dec, 2025 11:53 AM

छत्तीसगढ़ में राज्य अपराध अन्वेषण विभाग (EOW) ने State Bank of India (SBI) के एक वरिष्ठ अधिकारी, विजय कुमार आहके को गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने बैंक के महत्वपूर्ण इंटरनल अकाउंट से करोड़ों रुपये निकालकर अपने और अपनी पत्नी के खातों में जमा कराए।
नेशनल डेस्क: छत्तीसगढ़ में राज्य अपराध अन्वेषण विभाग (EOW) ने State Bank of India (SBI) के एक वरिष्ठ अधिकारी, विजय कुमार आहके को गिरफ्तार किया। आरोप है कि उन्होंने बैंक के महत्वपूर्ण इंटरनल अकाउंट से करोड़ों रुपये निकालकर अपने और अपनी पत्नी के खातों में जमा कराए।
जांच के दौरान पता चला कि विजय कुमार SBI की स्पेशलाइज्ड करेंसी मैनेजमेंट शाखा में शाखा प्रमुख के पद पर तैनात थे। यह शाखा अत्यंत संवेदनशील मानी जाती है और इसका मुख्य काम अन्य शाखाओं को कैश उपलब्ध कराना और बैंक के महत्वपूर्ण फंड्स को मैनेज करना है।
आरोपी ने बैंक के "सस्पेंस अकाउंट" का दुरुपयोग किया, जिसे सामान्यतः सीमित चेक के रूप में उपयोग किया जाता है। अपनी ट्रेडिंग की आदत को पूरा करने के लिए उन्होंने इस अकाउंट से कुल 2 करोड़ 78 लाख 25,491 रुपये की योजनाबद्ध तरीके से अवैध निकासी की।
EOW ने शिकायत मिलने के बाद आरोपी के घर पर छापेमारी की। तलाशी में महत्वपूर्ण दस्तावेज और इलेक्ट्रॉनिक साक्ष्य मिले, जिन्हें जांच के लिए जब्त किया गया। साथ ही, इस घोटाले में अन्य लोगों की भूमिका का पता लगाने के लिए उनसे पूछताछ भी की जा रही है।
जांच में यह भी सामने आया कि विजय कुमार ने बैंक में लगे रेड फ्लैग इंडिकेटर को बायपास कर फर्जी एंट्रीज की। उन्होंने नियम में तय 30 दिन की अवधि से पहले ही कई फेक ट्रांजेक्शन कर रोलओवर किया, ताकि सिस्टम में किसी भी तरह का अलर्ट न आए। इसके जरिए उन्होंने कई फर्जी एंट्रीज कर शासकीय राशि को क्रिप्टो करेंसी, ऑप्शंस और कमोडिटी ट्रेडिंग में निवेश किया। EOW का कहना है कि इस घोटाले में आरोपी की योजना बहुत सावधानी से बनाई गई थी और किसी सहकर्मी या सुपरवाइजरी अधिकारी ने इन फर्जी एंट्रीज को पकड़ नहीं पाया। फिलहाल, जांच जारी है और अन्य संदिग्धों से भी पूछताछ की जा रही है।