Edited By Mehak,Updated: 19 Dec, 2025 04:15 PM

केंद्र सरकार ने किसानों के लिए पीएम किसान सम्मान निधि और अन्य योजनाओं में फार्मर आईडी को अनिवार्य कर दिया है। यह डिजिटल पहचान किसानों की जमीन, फसल, आय और कृषि संबंधी अन्य जानकारियों से जुड़ी होगी। बिना फार्मर आईडी के योजनाओं की किस्त अटक सकती है।...
नेशनल डेस्क : देश के किसानों के लिए केंद्र सरकार कई लाभकारी योजनाएं चला रही है, जिनका उद्देश्य आर्थिक रूप से कमजोर किसानों को सीधी मदद पहुंचाना है। इन्हीं योजनाओं में प्रधानमंत्री किसान सम्मान निधि योजना भी शामिल है, जिसके तहत पात्र किसानों को हर साल 6,000 रुपये की सहायता दी जाती है। हालांकि, इस योजना का लाभ पाने के लिए सरकार ने कुछ जरूरी शर्तें तय की हैं।
अब किसानों के लिए सरकारी योजनाओं का लाभ लेना पहले की तरह सरल नहीं रहेगा। केंद्र सरकार Agri Stack परियोजना के तहत किसानों की एक डिजिटल पहचान तैयार कर रही है, जिसे Farmer ID कहा जा रहा है। सरकार का साफ कहना है कि अगर किसी किसान के पास Farmer ID नहीं होगी, तो पीएम किसान सम्मान निधि समेत अन्य कृषि योजनाओं की किस्त अटक सकती है।
Farmer ID क्या है?
Farmer ID किसानों की एक डिजिटल पहचान है, जिसमें खेती से जुड़ी सभी अहम जानकारियां दर्ज होती हैं। इसमें किसान की जमीन का रिकॉर्ड, बोई जाने वाली फसल, खाद-बीज का उपयोग, पशुपालन और खेती से होने वाली आय जैसी जानकारी शामिल रहती है। इसी ID के आधार पर सरकार तय करेगी कि कौन सा किसान किस योजना का पात्र है।
पीएम किसान सम्मान निधि की किस्त भी इसी Farmer ID से जोड़ी जाएगी। इससे सही किसान तक सही समय पर पैसा पहुंचेगा और फर्जी रजिस्ट्रेशन, डुप्लीकेट नाम या गलत दावों जैसी समस्याओं पर रोक लगेगी। आने वाले समय में ज्यादातर कृषि योजनाओं के लिए Farmer ID अनिवार्य मानी जा रही है।
ऑनलाइन Farmer ID कैसे बनाएं?
Farmer ID बनाने के लिए किसान को अपने राज्य के AgriStack Portal पर जाना होगा। वहां 'Create New User' पर क्लिक कर आधार नंबर डालना होगा और KYC प्रक्रिया पूरी करनी होगी। शर्तों को स्वीकार करने के बाद फॉर्म सबमिट करना होता है। इसके बाद आधार से जुड़े मोबाइल नंबर पर आए OTP से सत्यापन किया जाता है।
इसके बाद मोबाइल नंबर की दोबारा पुष्टि कर नया पासवर्ड सेट करना होता है। लॉगिन करने के बाद “Farmer Type” में Owner चुनें और “Fetch Land Detail” पर क्लिक करें। खसरा नंबर समेत जमीन से जुड़ी पूरी जानकारी भरनी होगी। यदि किसान के पास एक से ज्यादा खेत हैं, तो सभी का विवरण देना जरूरी है।
रजिस्ट्रेशन के बाद क्या करना होगा?
जमीन की जानकारी भरने के बाद वेरिफिकेशन पूरा होने पर Social Registry टैब में फैमिली ID या राशन कार्ड की जानकारी दर्ज करनी होती है। इसके बाद Department Approval में Revenue Department चुनकर Consent पर टिक करना और डिजिटल साइन करना जरूरी होता है। सभी चरण पूरे होने के बाद Farmer ID की प्रक्रिया पूरी हो जाती है।
कई राज्यों में पंचायत स्तर पर कैंप भी लगाए जा रहे हैं, जहां किसान ऑफलाइन सहायता लेकर Farmer ID बनवा सकते हैं। किसानों को सलाह दी जा रही है कि समय रहते अपनी Farmer ID बनवा लें, ताकि पीएम किसान समेत अन्य सरकारी योजनाओं का लाभ बिना किसी रुकावट के मिलता रहे।