Edited By Parveen Kumar,Updated: 08 Aug, 2025 07:27 PM

भारत सिर्फ अपने शहरों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध संस्कृति वाले गांवों के लिए भी जाना जाता है। देश के कई ऐसे गांव हैं जो अपनी अनोखी परंपराओं और खूबसूरती की वजह से विदेशी पर्यटकों के बीच भी खास लोकप्रिय...
नेशनल डेस्क: भारत सिर्फ अपने शहरों और ऐतिहासिक धरोहरों के लिए ही नहीं, बल्कि अपने प्राकृतिक सौंदर्य और समृद्ध संस्कृति वाले गांवों के लिए भी जाना जाता है। देश के कई ऐसे गांव हैं जो अपनी अनोखी परंपराओं और खूबसूरती की वजह से विदेशी पर्यटकों के बीच भी खास लोकप्रिय हो रहे हैं। आइए जानते हैं इन खास जगहों के बारे में...
मलाना (हिमाचल प्रदेश): पार्वती घाटी में स्थित मलाना गांव अपनी रहस्यमयी संस्कृति और परंपराओं के लिए प्रसिद्ध है। यहां के लोग खुद को सिकंदर महान की सेना का वंशज मानते हैं। गांव में बाहरी लोगों के लिए खास नियम हैं और यहां की अलग-थलग जीवनशैली विदेशी यात्रियों को आकर्षित करती है।
खोनोमा (नागालैंड): खोनोमा को एशिया का पहला ‘ग्रीन विलेज’ माना जाता है। यह गांव अपनी साफ-सफाई, पर्यावरण संरक्षण और हरियाली के लिए मशहूर है। यहां की जनजातीय संस्कृति और प्राकृतिक नजारे पर्यटकों को मंत्रमुग्ध कर देते हैं।
मावलीनॉन्ग (मेघालय): मावलीनॉन्ग को ‘एशिया का सबसे स्वच्छ गांव’ कहा जाता है। यहां के लोग सफाई को बहुत महत्व देते हैं और गांव फूलों से सजा रहता है। इस गांव का प्रसिद्ध ‘लिविंग रूट ब्रिज’ पर्यटकों को दूर-दूर से आकर्षित करता है।
किब्बर (स्पीति घाटी, हिमाचल प्रदेश): दुनिया के सबसे ऊंचे बसे हुए गांवों में से एक, किब्बर अपने बर्फीले पहाड़ों, साफ आसमान और बौद्ध मठों के लिए जाना जाता है। यह जगह साहसिक और शांतिपूर्ण यात्रा के लिए विदेशी यात्रियों की पहली पसंद बन रही है।
कुरुंग (अरुणाचल प्रदेश): कुरुंग गांव अपनी अनोखी जनजातीय संस्कृति और हरे-भरे प्राकृतिक नजारों के लिए प्रसिद्ध है। यहां की पारंपरिक जीवनशैली विदेशी पर्यटकों को खास अनुभव देती है, जो उन्हें बार-बार इस गांव की ओर खींचती है।
चोपता (उत्तराखंड): चोपता को ‘भारत का मिनी स्विट्जरलैंड’ कहा जाता है। यह गांव तुंगनाथ मंदिर और चंद्रशिला ट्रैक के लिए प्रमुख आधार स्थल है। यहां की बर्फीली चोटियां, प्राकृतिक सुंदरता और शांत वातावरण विदेशी पर्यटकों को बेहद लुभाते हैं।