Edited By Mehak,Updated: 02 Nov, 2025 01:23 PM

भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In ने Google Chrome यूजर्स को चेतावनी जारी की है। एजेंसी ने बताया कि ब्राउज़र में कई गंभीर सुरक्षा खामियां मिली हैं, जिनका फायदा उठाकर हैकर्स यूजर्स का डेटा चुरा सकते हैं या सिस्टम पर खतरनाक कोड चला सकते हैं। सरकार...
नेशनल डेस्क : भारत की साइबर सुरक्षा एजेंसी CERT-In (Indian Computer Emergency Response Team) ने Google Chrome और GitLab प्लेटफॉर्म में गंभीर सुरक्षा खामियों को लेकर बड़ा अलर्ट जारी किया है। एजेंसी ने चेतावनी दी है कि इन कमजोरियों का फायदा उठाकर हैकर्स यूज़र्स की निजी जानकारी चुरा सकते हैं, सिस्टम को हैक कर सकते हैं और खतरनाक कोड रन कर सकते हैं।
Google Chrome में खतरा
CERT-In के अनुसार, Google Chrome के डेस्कटॉप वर्ज़न में कई तकनीकी त्रुटियां मिली हैं। इनमें प्रमुख रूप से
- Use After Free बग (PageInfo, Ozone और Storage में),
- Policy Bypass (Extensions में),
- और Out of Bounds Read (V8 और WebXR इंजन में) जैसी खामियां शामिल हैं।
Chrome का V8 इंजन वेबसाइट्स पर चल रहे JavaScript को एक्सीक्यूट करता है। इन कमजोरियों का फायदा उठाकर साइबर अपराधी किसी यूज़र को स्पेशल लिंक भेजकर उसका डेटा एक्सेस कर सकते हैं या ब्राउज़र को नुकसान पहुंचा सकते हैं।
GitLab में भी मिली सुरक्षा दिक्कतें
CERT-In ने बताया कि GitLab Community और Enterprise Edition दोनों में एक्सेस कंट्रोल से जुड़ी गंभीर खामियां पाई गई हैं। इसके कारण कोई हमलावर सिस्टम के सिक्योरिटी लेयर को बायपास कर सकता है, सिस्टम को क्रैश कर सकता है या एप्लिकेशन टेस्टिंग टूल्स को प्रभावित कर सकता है।
क्या करें यूज़र्स
CERT-In ने Chrome और GitLab दोनों के यूज़र्स को सलाह दी है कि वे अपने सिस्टम को तुरंत लेटेस्ट सिक्योरिटी अपडेट या पैच से अपडेट करें। इसके अलावा, किसी भी संदिग्ध लिंक या वेबसाइट पर क्लिक करने से बचें। इससे साइबर हमलों से बचाव किया जा सकता है और आपका डेटा सुरक्षित रहेगा। Google और GitLab दोनों कंपनियों ने इन खामियों को दूर करने के लिए नए सुरक्षा पैच जारी किए हैं, जिन्हें तुरंत इंस्टॉल करना बेहद जरूरी बताया गया है।