Edited By Rohini Oberoi,Updated: 25 Dec, 2025 01:04 PM

भारत के लगभग हर घर में रोटी आहार का मुख्य हिस्सा है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सेहत बनाने वाली यह रोटी आपको बीमार भी कर सकती है? हालिया शोध और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो रोटी खाने से कैंसर नहीं होता बल्कि उसे बनाने और स्टोर करने के गलत...
Cancer From Flour : भारत के लगभग हर घर में रोटी आहार का मुख्य हिस्सा है लेकिन क्या आपने कभी सोचा है कि सेहत बनाने वाली यह रोटी आपको बीमार भी कर सकती है? हालिया शोध और स्वास्थ्य विशेषज्ञों की मानें तो रोटी खाने से कैंसर नहीं होता बल्कि उसे बनाने और स्टोर करने के गलत तरीके शरीर में कैंसर की कोशिकाओं (Cancer Cells) को सक्रिय कर सकते हैं। आइए समझते हैं कि रसोई की ये छोटी सी लापरवाही कैसे बड़ी बीमारी का कारण बन सकती है।
जली हुई रोटी: एक्रिलामाइड का खतरा
अक्सर लोग रोटी को तेज आंच पर या सीधे गैस की लौ पर सेंकते हैं जिससे रोटी कहीं-कहीं से जलकर काली हो जाती है। जब कार्बोहाइड्रेट युक्त भोजन (जैसे रोटी) को बहुत अधिक तापमान पर पकाया जाता है तो उसमें एक्रिलामाइड (Acrylamide) नामक रसायन बनता है। लंबे समय तक जली हुई या अत्यधिक भुनी हुई रोटी का सेवन करने से शरीर में कार्सिनोजेनिक (कैंसर पैदा करने वाले) तत्व बढ़ सकते हैं।

मैदा क्यों है सफेद जहर?
मैदा यानी रिफाइंड फ्लोर (Refined Wheat Flour) को लेकर डॉक्टर हमेशा सतर्क रहने की सलाह देते हैं। मैदा बनाने की प्रक्रिया में गेहूं के चोकर और फाइबर को निकाल दिया जाता है जिससे सारे जरूरी मिनरल्स खत्म हो जाते हैं। मैदे का अधिक सेवन ब्लड शुगर को तेजी से बढ़ाता है। शोध बताते हैं कि लंबे समय तक मैदा खाने से कोलन (आंत), ब्रेस्ट और गैस्ट्रिक कैंसर का जोखिम बढ़ सकता है।

बासी और फफूंद वाली रोटी से बचें
कई बार हम रात की बची हुई रोटी सुबह या अगले दिन खाते हैं। यदि रोटी को सही ढंग से स्टोर न किया जाए तो उसमें सूक्ष्म फफूंद (Fungus) लग सकती है जो आंखों से दिखाई नहीं देती। यह फफूंद शरीर में हानिकारक टॉक्सिन्स पैदा करती है जो लिवर और पेट के लिए बेहद खतरनाक साबित हो सकते हैं।
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सेहतमंद रहने के लिए क्या चुनें?
कैंसर जैसी गंभीर बीमारियों से बचने के लिए अपने खान-पान में ये बदलाव करें:
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चोकर युक्त आटा (Whole Wheat Flour): हमेशा बिना छना हुआ आटा इस्तेमाल करें। चोकर में मौजूद फाइबर और मिनरल्स शरीर में हेल्दी सेल्स की ग्रोथ में मदद करते हैं।
मिलेट्स का जादू: गेहूं के अलावा अपनी डाइट में ज्वार, बाजरा और रागी के आटे को शामिल करें। ये ग्लूटेन-फ्री होते हैं और पोषक तत्वों से भरपूर होते हैं।
सेंकने का सही तरीका: रोटी को सीधे आंच पर जलाने के बजाय तवे पर सूती कपड़े की मदद से धीमी आंच पर सेंकना सबसे सुरक्षित तरीका है।