Edited By jyoti choudhary,Updated: 05 Nov, 2025 10:51 AM

अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की तेजी फिलहाल रुक गई है और कीमतें करीब एक महीने के निचले स्तर के आसपास बनी हुई हैं। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती करने के मूड में नहीं है,...
बिजनेस डेस्कः अंतरराष्ट्रीय बाजार में सोने की तेजी फिलहाल रुक गई है और कीमतें करीब एक महीने के निचले स्तर के आसपास बनी हुई हैं। केडिया एडवाइजरी के डायरेक्टर अजय केडिया के अनुसार, अमेरिकी फेडरल रिजर्व निकट भविष्य में ब्याज दरों में कटौती करने के मूड में नहीं है, जिसके चलते सोने पर दबाव बढ़ा है।
वर्तमान में ग्लोबल मार्केट में सोना लगभग $3,940 प्रति औंस पर ट्रेड हो रहा है, जो अक्टूबर की शुरुआत के बाद सबसे निचला स्तर है। फेड चेयरमैन जेरोम पॉवेल के हालिया बयान के बाद दिसंबर में ब्याज दर में कटौती की संभावना 90% से घटकर 69% पर आ गई है। इससे निवेशकों का रुझान सोने से अन्य परिसंपत्तियों की ओर झुकता दिखाई दे रहा है।
इसके अलावा, चीन सरकार द्वारा गोल्ड सेलर्स को मिलने वाली टैक्स छूट खत्म करने के फैसले का भी असर बाजार पर दिख रहा है। टैक्स बढ़ने से रिटेल स्तर पर सोने की खरीदारी घट सकती है, खासकर एशियाई बाजारों में, जहां गोल्ड की खपत सबसे ज्यादा होती है। इससे मांग कमजोर होने और कीमतों पर और दबाव आने की संभावना जताई जा रही है।
फिर भी, विशेषज्ञों का मानना है कि वैश्विक आर्थिक अनिश्चितता और बाजार में उतार-चढ़ाव की स्थिति जारी रहती है, तो निवेशक सोने को सुरक्षित विकल्प (Safe Haven) के रूप में चुनते रहेंगे। ऐसे में अगर आर्थिक हालात बिगड़ते हैं तो सोने की कीमतें फिर से ऊपर जा सकती हैं।