Edited By jyoti choudhary,Updated: 27 Oct, 2025 03:32 PM

हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार, 27 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखने को मिली। ग्लोबल बाजारों से मिले मजबूत संकेतों, विदेशी निवेशकों की वापसी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने बाजार में...
बिजनेस डेस्कः हफ्ते के पहले कारोबारी दिन यानी सोमवार, 27 अक्टूबर को भारतीय शेयर बाजारों में जोरदार तेजी देखने को मिली। ग्लोबल बाजारों से मिले मजबूत संकेतों, विदेशी निवेशकों की वापसी और अमेरिकी फेडरल रिजर्व द्वारा ब्याज दरों में कटौती की उम्मीदों ने बाजार में जबरदस्त जोश भर दिया।
कारोबार के अंत में सेंसेक्स 566 अंक उछल कर 84,778 के स्तर पर बंद हुआ। निफ्टी 170 अंक की बढ़त के साथ 25,966 पर क्लोज हुआ।
कारोबार के दौरान सेंसेक्स 700 अंकों तक उछल गया और निफ्टी ने इतिहास रचते हुए पहली बार 26,000 का स्तर पार कर लिया। दोपहर 12 बजे तक सेंसेक्स 694.97 अंक या 0.83% बढ़कर 84,906.85 पर और निफ्टी 206.80 अंक या 0.8% की छलांग लगाकर 26,001.95 पर ट्रेड कर रहा था। मेटल, ऑयल एंड गैस और बैंकिंग शेयरों में सबसे ज्यादा तेजी देखने को मिली। SBI लाइफ इंश्योरेंस, रिलायंस इंडस्ट्रीज, टाटा स्टील, भारती एयरटेल और टाटा मोटर्स जैसे शेयरों में 4% तक की बढ़त दर्ज की गई।
बाजार की तेजी के पीछे तीन बड़ी वजहें
1. फेड रेट कट की उम्मीदें
अमेरिका में हाल के मुद्रास्फीति आंकड़े उम्मीद से बेहतर रहे हैं, जिससे यह संभावना बढ़ी है कि फेडरल रिजर्व अपनी 28-29 अक्टूबर की बैठक में ब्याज दरों में कटौती कर सकता है। दरों में कटौती से इमर्जिंग मार्केट्स में निवेश का प्रवाह बढ़ सकता है, जिसका सीधा फायदा भारतीय शेयर बाजारों को मिल रहा है।
2. विदेशी निवेशकों की वापसी
विदेशी संस्थागत निवेशकों (FIIs) ने 24 अक्टूबर को भारतीय बाजार में ₹621.51 करोड़ की शुद्ध खरीदारी की। जियोजित फाइनेंशियल सर्विसेज के चीफ इन्वेस्टमेंट स्ट्रैटेजिस्ट वी.के. विजयकुमार ने कहा कि अक्टूबर की शुरुआत से FII बिकवाली में कमी आई है और भारत की मजबूत आर्थिक स्थिति, त्योहारी मांग और संभावित भारत-अमेरिका व्यापार समझौते से निवेशकों का भरोसा बढ़ा है।
3. मजबूत ग्लोबल संकेत
एशियाई और अमेरिकी बाजारों में भी तेजी का माहौल रहा। जापान का निक्केई, साउथ कोरिया का कोस्पी, शंघाई कंपोजिट और हांगकांग का हैंगसेंग सभी हरे निशान में बंद हुए। अमेरिका में महंगाई घटने और व्यापार वार्ताओं में प्रगति की खबरों ने वैश्विक बाजारों में बुलिश ट्रेंड को मजबूत किया है।
विशेषज्ञों का मानना है कि अगर वैश्विक बाजारों में यह रुख कायम रहा तो दिवाली से पहले भारतीय निवेशकों के लिए और भी बेहतर रिटर्न देखने को मिल सकते हैं।