Edited By Niyati Bhandari,Updated: 08 May, 2025 06:33 AM

Bada Mangal 2025 Date: ज्येष्ठ माह में आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल अथवा बुढ़वा मंगल के नाम से जाना जाता है। अपनी अतृप्त इच्छाओं को पूरा करने के लिए इसका खास महत्व है। आइए जानें वर्ष 2025 में आने वाला बड़ा मंगल कब से शुरू होगा और क्या है इसका...
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Bada Mangal 2025: वैसे तो हर हफ्ते आने वाला मंगलवार हनुमान जी को समर्पित है और इस दिन उनकी विशेष पूजा का खास धार्मिक महत्व माना गया है। ज्येष्ठ माह में आने वाले मंगलवार की अहमियत अधिक है क्योंकि इस महीने में की जाने वाली हनुमान जी की पूजा अत्यंत ही फलदायी है। शायद तभी तो ज्येष्ठ माह में आने वाले मंगलवार को बड़ा मंगल अथवा बुढ़वा मंगल कहा जाता है। बड़ा मंगल के दिन राम भक्त की स्पेशल पूजा करने से जीवन में किसी भी तरह का दुख-तकलीफ शेष नहीं रहता। बड़ा मंगल पर भंडारा भी किया जाता है। तो आइए जानें, कब से शुरू होने वाला है 2025 का बड़ा मंगल।

कब से शुरू होगा बड़ा मंगल 2025
हिंदू पंचांग के अनुसार, वर्ष 2025 का बड़ा मंगल 13 मई 2025 से शुरू होने वाला है। यह ज्येष्ठ मास में आने वाला पहला बड़ा मंगल होगा। 1 महीने में जितने भी बड़े मंगल आते हैं, उनमें हनुमान जी की प्रतिमा पर चोला चढ़ाया जाता है, इस अनुष्ठान में चमेली के तेल में सिंदूर मिलाकर उसका लेप हनुमान जी पर चढ़ाया जाता है, इसके साथ चांदी का वर्क, जनेऊ, सोट्टा, लंगोट, खड़ाऊ। श्रृंगार हेतु काजल, इत्र, फूलमाला, तथा भोग में नारियल लड्डू व पान चढ़ाया जाता है।
संध्या के समय दक्षिण मुखी हनुमान मूर्ति के सामने शुद्ध होकर मंत्र जाप करने को अत्यंत महत्व दिया जाता है। इस दिन हनुमान जी के विशेष व्रत-पूजन व उपाय से कमजोरों को बल की प्राप्ति होती है। बुद्धि बल में वृद्धि होती है व गृह क्लेश से मुक्ति मिलती है।

2025 में कब-कब पड़ेगा बड़ा मंगल
पहला बड़ा मंगल- 13 मई 2025
दूसरा बड़ा मंगल- 20 मई 2025
तीसरा बड़ा मंगल- 27 मई 2025
चौथा बड़ा मंगल- 2 जून 2025
पांचवां बड़ा मंगल- 10 जून 2025

बड़ा मंगल का महत्व
श्री राम भक्त हनुमान प्रत्येक युग में असंभव काम को भी संभव करते आए हैं। हनुमान जी भक्ति और शक्ति का कलात्मक संगम हैं। शक्ति और भक्ति का प्रभाव अनेक आयामों में प्रकाशित होकर व्यक्ति और समाज को प्रभावित और उत्प्रेरित करता है। धार्मिक मान्यताओं से मिली जानकारी के अनुसार ज्येष्ठ माह के मंगलवार पर हनुमान जी अपने आराध्य प्रभु श्री राम से पहली बार मिले थे इसलिए इसे बड़ा मंगल के नाम से जाना जाता है। अत: इस दिन भक्त और भगवान दोनों की एक साथ पूजा करनी चाहिए।
श्री हनुमान जी को खुश करने का सबसे सरल उपाय है हनुमान चालीसा का नित्य पाठ। इसके पाठ से चमत्कारिक फल प्राप्त होता है। इस पाठ को करने के लिए कोई विशेष समय सीमा निर्धारित नहीं है। कभी भी किसी भी समय शुद्ध मन से हनुमान चालीसा का पाठ किया जा सकता है।
हनुमान जी को प्रसन्न करने से दानव और प्रेतात्मा करीब नहीं आते। सभी बुरी बलाओं से बचाव रहता है। समस्त तरह के डर भय दूर रहते हैं और जीवन में सहन-शक्ति का संचार होता है।
