Edited By Prachi Sharma,Updated: 23 Oct, 2025 04:00 AM

Bhai Dooj Vastu Tips: भाई दूज का पर्व केवल रस्मों का नहीं, बल्कि यह भाई-बहन के रिश्ते में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेम का संचार करने वाला त्यौहार है। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, तिलक के दौरान भाई-बहन के बैठने की दिशा का विशेष महत्व होता है। सही...
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Bhai Dooj Vastu Tips: भाई दूज का पर्व केवल रस्मों का नहीं, बल्कि यह भाई-बहन के रिश्ते में सकारात्मक ऊर्जा और प्रेम का संचार करने वाला त्यौहार है। वास्तु शास्त्र और ज्योतिष के अनुसार, तिलक के दौरान भाई-बहन के बैठने की दिशा का विशेष महत्व होता है। सही दिशा में बैठकर तिलक करने से शुभ फलों की प्राप्ति होती है, भाई की उन्नति होती है और घर में सुख-समृद्धि बनी रहती है।
तिलक के समय भाई के बैठने की सबसे शुभ दिशा
वास्तु शास्त्र के अनुसार, भाई दूज पर तिलक लगाते समय भाई को निम्नलिखित दिशाओं में से किसी एक की ओर मुख करके बैठना सबसे शुभ माना जाता है। उत्तर दिशा को धन के देवता कुबेर और बुद्धि की दिशा माना जाता है। इस दिशा में भाई का मुख होने से उसके जीवन में धन-धान्य और समृद्धि आती है। यह दिशा स्थिर और सकारात्मक ऊर्जा को आकर्षित करती है, जिससे भाई की तरक्की के रास्ते खुलते हैं।

उत्तर-पश्चिम दिशा
इस दिशा को वायु की दिशा भी माना जाता है। इस दिशा में मुख करके बैठने से भाई के जीवन में आगे बढ़ने की गति बनी रहती है और हर कार्य में उसे शुभ अवसर मिलते हैं। यह दिशा भाई-बहन के रिश्ते में प्यार और सहयोग को बढ़ाती है।
पूर्व दिशा
कुछ मान्यताओं के अनुसार, भाई का मुख पूर्व दिशा की ओर होना भी अत्यंत शुभ होता है। पूर्व दिशा सूर्य देव की दिशा है, जो जीवन, ऊर्जा, सफलता और नेतृत्व का प्रतीक है। इस दिशा में मुख रखने से भाई को सकारात्मक ऊर्जा मिलती है, जिससे उसकी उन्नति और सुरक्षा बनी रहती है। यदि संभव हो, तो भाई का मुख उत्तर या पूर्व दिशा की ओर होना चाहिए। उत्तर दिशा धन और बुद्धि के लिए, जबकि पूर्व दिशा ऊर्जा और सफलता के लिए उत्तम है।
