Edited By Prachi Sharma,Updated: 18 Oct, 2025 06:00 AM

Vastu Tips: दीपावली पर मां लक्ष्मी के चरण बनाना सिर्फ एक परंपरा नहीं है बल्कि धन की देवी को अपने घर में आमंत्रित करने का एक पवित्र प्रतीक है। अगर इन चरण पादुकाओं को सही विधि और नियमों के साथ न बनाया जाए, तो अनजाने में मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं...
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Vastu Tips: दीपावली पर मां लक्ष्मी के चरण बनाना सिर्फ एक परंपरा नहीं है बल्कि धन की देवी को अपने घर में आमंत्रित करने का एक पवित्र प्रतीक है। अगर इन चरण पादुकाओं को सही विधि और नियमों के साथ न बनाया जाए, तो अनजाने में मां लक्ष्मी रुष्ट हो सकती हैं और घर में आती सुख-समृद्धि भी लौट सकती है। यदि आप भी इससे जुड़े नियमों से अनजान हैं तो यह आर्टिकल आपके लिए बेहद ही खास होने वाला है। तो चलिए ज्यादा देर न करते हुए जानते हैं कि चरण बनाते दौरान कौन से नियमों का पालन करना चाहिए।
दिवाली पर लक्ष्मी चरण बनाने के जरूरी नियम
लक्ष्मी चरण हमेशा घर के अंदर की दिशा में बनाए जाने चाहिए। इसका अर्थ है कि चरणों की उंगलियां घर के अंदर की तरफ होनी चाहिए, जिससे यह संकेत मिले कि मां लक्ष्मी आपके घर में प्रवेश कर रही हैं। चरण कभी भी घर से बाहर की ओर नहीं होने चाहिए। बाहर की दिशा में चरण बनाने का मतलब है कि आप मां लक्ष्मी को घर से बाहर जाने का निमंत्रण दे रहे हैं, जिससे धन और समृद्धि घर से चली जाती है।
चरणों को बनाने की सामग्री
लक्ष्मी चरण बनाने के लिए रोली, हल्दी, कुमकुम, या चावल के आटे का ही प्रयोग करना चाहिए। इन सामग्रियों में दैवीय ऊर्जा मानी जाती है।

चरण बनाने का सही स्थान
चरण हमेशा स्वच्छ और पवित्र जगह पर ही बनाए जाने चाहिए। चरण बनाने से पहले मुख्य द्वार और दहलीज को अच्छी तरह से साफ़ और पवित्र कर लेना चाहिए। घर का मुख्य द्वार ही सकारात्मक और नकारात्मक ऊर्जा के प्रवेश का द्वार होता है। ऐसे स्थान पर चरण कभी न बनाएं जहां आपके या अतिथियों के पैर उन पर पड़ें। यदि चरण पैर के नीचे आते हैं, तो यह देवी लक्ष्मी का अपमान माना जाता है, जिससे वह नाराज हो सकती हैं।
द्वार की सजावट और वातावरण
मुख्य द्वार पर दीपक अवश्य जलाएं। यह मां लक्ष्मी का स्वागत करता है और सकारात्मकता लाता है। दरवाजे को आम के पत्ते या गेंदे के फूल के तोरण से सजाएं, यह शुभता का प्रतीक है। यह भी ध्यान रखें कि दरवाजा खोलते या बंद करते समय तेज आवाज न करें। अगर कब्ज़ों से आवाज आ रही हो, तो तेल डालकर उसे शांत कर दें। शांत द्वार को मां लक्ष्मी के आगमन के लिए शुभ माना जाता है।
