Edited By Sarita Thapa,Updated: 28 Nov, 2025 11:52 AM

उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित श्री गंगनाथ मंदिर अपनी अनूठी मान्यताओं के कारण देश भर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर न केवल अपनी प्राचीनता के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां भक्तों द्वारा चुनरी के बजाय रुमाल बांधने की एक विशेष परंपरा भी है।
Ganganath Mandir Nainital: उत्तराखंड के नैनीताल में स्थित श्री गंगनाथ मंदिर अपनी अनूठी मान्यताओं के कारण देश भर में प्रसिद्ध है। यह मंदिर न केवल अपनी प्राचीनता के लिए जाना जाता है, बल्कि यहां भक्तों द्वारा चुनरी के बजाय रुमाल बांधने की एक विशेष परंपरा भी है। इस मंदिर में रुमाल बांधने की प्रथा इतनी गहरी है कि यहां लाखों की संख्या में घंटियां बंधी हुई हैं, जो भक्तों की अटल आस्था और पूरी हुई मुरादों की गवाह हैं। तो आइए जानते हैं इस मंदिर की परंपरा और रहस्य के बारे में-
रुमाल बांधने की अनोखी परंपरा
मंदिरों में भक्त चुनरी या धागा बांधकर अपनी मनोकामनाएं पूरी होने की प्रार्थना करते हैं, लेकिन गंगनाथ मंदिर में रुमाल बांधने की परंपरा है। यहां श्रद्धालु मंदिर परिसर में एक स्वच्छ सफेद रुमाल बांधते हैं। यह माना जाता है कि ऐसा करने से भक्त की मनोकामना जल्द पूरी होती है। यह मंदिर विशेष रूप से उन भक्तों के बीच प्रसिद्ध है, जिनकी मुरादें विवाह या संतान प्राप्ति से जुड़ी होती हैं। खासकर विवाह योग्य युवक-युवतियां और संतान प्राप्ति की इच्छा रखने वाले दंपति यहां रुमाल बांधने आते हैं। मुराद पूरी होने के बाद, भक्त यहां दोबारा आकर मंदिर में घंटी चढ़ाते हैं।

लाखों घंटियों का रहस्य
गंगनाथ मंदिर परिसर में आपको हर तरफ छोटी-बड़ी, लाखों घंटियां लटकी हुई मिलेंगी। ये घंटियां उन लाखों भक्तों की श्रद्धा और कृतज्ञता का प्रतीक हैं, जिनकी मुरादें रुमाल बांधने के बाद पूरी हुईं। घंटियों की यह विशाल संख्या इस मंदिर की चमत्कारिक शक्तियों में लोगों के अटूट विश्वास को दर्शाती है।
मंदिर का स्थान और देवता
यह मंदिर मुख्य रूप से भगवान शिव के गण गंगनाथ को समर्पित है। गंगनाथ की पूजा यहां मुख्य रूप से की जाती है। यह प्राचीन मंदिर उत्तराखंड के नैनीताल जिले में एक शांत और सुंदर स्थान पर स्थित है। मंदिर की सादगी और शांत वातावरण भक्तों को अध्यात्म से जोड़ता है।

शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ