Gemini 2025 Prediction: मिथुन राशि का अगले 3 महीने का भविष्यफल

Edited By Updated: 13 Sep, 2025 07:00 PM

Gemini 2025 Prediction: 2025 के 9 महीने लगभग बीत चुके हैं और आगे अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के तीन महीने बचे हैं। तो अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के ये तीन महीने मिथुन राशि के लिए कैसे रहेंगे ? 18 अक्टूबर को आपकी राशि के दूसरे भाव में आ जाएंगे। गुरु का...

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Gemini 2025 Prediction: 2025 के 9 महीने लगभग बीत चुके हैं और आगे अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के तीन महीने बचे हैं। तो अक्टूबर, नवंबर और दिसंबर के ये तीन महीने मिथुन राशि के लिए कैसे रहेंगे ? 18 अक्टूबर को आपकी राशि के दूसरे भाव में आ जाएंगे। गुरु का दूसरे भाव का गोचर बहुत अच्छा होता है। गुरु दूसरे, पांचव, सातवें, नौवें और 11वें भाव में अच्छा फल करते हैं। गुरु दूसरे भाव के कारक भी होते हैं। दूसरा भाव धन का भाव होता है तो धन के कारक ग्रह गुरु का धन भाव के ऊपर से गोचर करना 18 अक्टूबर से 4 दिसंबर तक। वैसे तो गुरु का गोचर इस साल तीन राशि पे हो रहा है यानी कि मिथुन राशि पे हो रहा है। लेकिन चकि गुरु बहुत ज्यादा स्पीड से चल रहे हैं। कुछ लोग इसको अतिचारी बोल रहे हैं लेकिन परिभाषा के लिहाज से ये अतिचारी नहीं है। गुरु की स्पीड ज्यादा है तो ज्यादा स्पीड से चलते हुए गुरु कर्क राशि में पहुंच जाएंगे। तो कर्क राशि में 4 दिसंबर तक रहेंगे। यह समय आपके लिए धन के लिहाज से बहुत अच्छा होगा। कारोबार के लिहाज से बहुत अच्छा होगा। कोर्ट केसेस के लिहाज से बहुत अच्छा होगा और आपके कर्ज वाली स्थिति के लिहाज से बहुत अच्छा होगा। उसका कारण समझिए क्योंकि जब गुरु धन भाव में बैठते हैं तो आपकी जो कुंडली के छठे भाव को सीधा एक्टिव करते हैं। छठा रोग, ऋण, शत्रु का भाव होता है। गुरु की एक दृष्टि जाती है आपके अष्टम भाव के ऊपर जो सातवीं दृष्टि होती है। अष्टम आपका सीक्रेसी का भाव होता है या रिसर्च से जुड़ा हुआ जो काम करते हैं उनका उसका यह भाव होता है।

तो यह इसके अच्छे फल मिलेंगे आपको। छठे के अच्छे फल मिलेंगे और गुरु यहां पर दशम को भी देखेंगे। यह जब गुरु दूसरे भाव में बैठे बैठते हैं तो दशम का ट्रायंगल एक्टिवेट कर देते हैं। इसको इकोनमिक ट्रायंगल बोला जाता है कुंडली में। तो जब इकोनमिक ट्रायंगल एक्टिवेट हो रहा है गुरु के द्वारा तो कारोबार में वृद्धि होगी। आपकी जहां पर भी आप जॉब करते हैं वहां पर आपकी पोजीशन थोड़ी सी ज्यादा कंफर्टेबल हो जाएगी और आपको धन में वृद्धि होगी। यह सारी चीजें गुरु की दृष्टि के प्रभाव से होंगी। जब गुरु आपके दूसरे भाव में फल करेंगे। अब सूर्य की यदि हम बात करते हैं तो सूर्य 16 नवंबर से लेकर 16 दिसंबर तक आपकी कुंडली में वृश्चिक राशि में गोचर करेंगे। यानी कि छठे भाव में गोचर करेंगे। तो जो पाप ग्रह होते हैं उनका 3, 6, 11 का गोचर अच्छा होता है। सूर्य 10वें भाव में भी अच्छा फल करते हैं। तो यहां पर मिथुन राशि के जातकों के लिए सूर्य 16 नवंबर से लेकर 16 दिसंबर तक अच्छा फल करेंगे। यानी कि 18 अक्टूबर से लेकर 4 दिसंबर तक कर्क में गुरु अच्छे। उसके बाद सूर्य भी अच्छे और सूर्य इसी अवधि के दौरान गुरु के प्रभाव में भी आ जाएंगे। यानी कि छठे बैठेंगे तो गुरु के प्रभाव में रहेंगे। तो जब गुरु के प्रभाव में रहेंगे तो सरकार से संबंधित काम भी आपके बनते हुए नजर आएंगे। यह आपके लिए अच्छा है। मंगल जो है वह इसी अवधि में 27 अक्टूबर से लेकर 7 दिसंबर तक वृश्चिक राशि में रहेंगे। यानी कि मंगल भी आपके लिए छठे भाव में आ जाएंगे। तो मंगल शत्रु का नाश करते हैं। छठे भाव के कारक मंगल है। जब छठे भाव से संबंधित कोई रेमेडी करवाई जाती है तो मंगल की रेमेडी ज्यादा करवाते हैं तो मंगल क्योंकि पाप ग्रह है। पाप ग्रह का छठे का गोचर अच्छा है तो मंगल जब वृश्चिक में आ जाएंगे 27 अक्टूबर को 7 दिसंबर तक यहां रहेंगे तो मंगल का गोचर भी आपके लिए अच्छा हो जाएगा। मंगल आपके लिए 11वें भाव के स्वामी है। 11वें भाव के स्वामी 11वां आय का भाव होता है। 11वां तरक्की, इच्छाओं का भाव होता है। इस भाव के स्वामी का शुभ गोचर में जाना आपके लिए निश्चित तौर पर अच्छे फल करेगा। यह आपके लिए बहुत अच्छा है। उसके अलावा शुक्र वह दो 9 अक्टूबर से लेकर 2 नवंबर तक कन्या में रहेंगे। जब कन्या में रहेंगे तो आपके लिए फोर्थ हाउस में आ जाएंगे। फोर्थ हाउस प्रॉपर्टी का भाव होता है और जितने भी प्रॉपर्टी से संबंधित काम है। वह 9 अक्टूबर से लेकर 2 नवंबर के बीच में करेंगे तो ज्यादा अच्छा रहेगा। 2 नवंबर से लेकर 26 नवंबर तक आपकी कुंडली में तुला में रहेंगे, यह समय भी अच्छा है।

11वें का स्वामी ऑलरेडी अच्छे गोचर में है। तो शुक्र भी 11वें को एक्टिव कर रहे हैं। 11वें का स्वामी अच्छे गोचर में है तो आपको आय से संबंधित तरक्की से संबंधित चीजें जो है वह होती हुई नजर आएंगी इस अवधि के दौरान। यदि आप सिंगल हैं तो आपकी लाइफ में कोई आ सकता है क्योंकि पंचम निश्चल प्रेम का भाव होता है। शुक्र का वहां आना रोमांस का एक सिग्नल होता है। तो यदि आपकी लाइफ में कोई है तो उसके साथ अच्छा समय बिताने का मौका मिलेगा। यदि नहीं है तो कोई आ सकता है। यहां पर शुक्र का आना इंगेजमेंट भी करवा के जाएगा बहुत सारे लोगों की तो यह शुक्र का प्रभाव रहेगा। बुध यहां पर 24 अक्टूबर से लेकर 23 नवंबर तक वृश्चिक राशि में रहेंगे। जब वृश्चिक राशि में रहेंगे तो छठे में आ जाएंगे। तो यह भी गोचर अच्छा हो जाएगा आपका। तो बुध का गोचर 2, 4, 6, 8, 10, 11 भाव में अच्छा होता है। तो यहां पर छठे भाव का बुध का गोचर वृश्चिक में जाना आपके लिए अच्छा हो जाएगा। 6 दिसंबर से लेकर 29 दिसंबर तक फिर दोबारा बुध वृश्चिक में आएंगे क्योंकि बुध इस अवधि में तुला में भी जाएंगे फिर वापस वृश्चिक में चले जाएंगे। यह आपके लिए बहुत अच्छा हो जाएगा। तुला में इसलिए जाएंगे क्योंकि वक्री अवस्था में आ जाएंगे। वैसे तो राशि के स्वामी का वक्री होना ज्यादा अच्छा नहीं होता लेकिन गोचर में आपके लिए अच्छे भाव में गोचर करेंगे। 24 अक्टूबर से लेकर 23 नवंबर तक 6 दिसंबर से लेकर 29 दिसंबर तक तो ये आपके लिए अच्छा हो जाएगा।

नरेश कुमार
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