Edited By Niyati Bhandari,Updated: 16 Apr, 2022 08:46 AM
श्री हरि विष्णु के प्रभु श्री राम अवतार के समय में उनके सहयोगी बने भगवान शिव जी के रूद्रावतार जो कि श्री हनुमान जी के रूप में जाने जाते हैं। आज उनका
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Hanuman Jayanti 2022: श्री हरि विष्णु के प्रभु श्री राम अवतार के समय में उनके सहयोगी बने भगवान शिव जी के रूद्रावतार जो कि श्री हनुमान जी के रूप में जाने जाते हैं। आज उनका जन्मदिन है, चैत्र महीने के शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि पर माता अंजना और पिता केसरी के पुत्र के रूप में अवतार लेकर अपना पूर्ण जीवन मर्यादा पुरूषोत्तम श्रीराम की सेवा में अर्पण करने वाले बजरंग बली के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस वर्ष श्री हनुमान जी का जन्मोत्सव 16 अप्रैल 2022 दिन शनिवार को मनाया जा रहा है। इस दिन पूर्णिमा तिथि प्रातः 2 बजकर 27 मिनट से आरम्भ होकर रात्रि 12 बजकर 26 मिनट तक रहेगी।
इस दिन हनुमान जी को पूर्ण रूप से समर्पित होकर व्रत रखा जाता है और विधि-विधान से पूजा-पाठ, शोभा यात्रा, झांकियां, मंदिरों में पाठ, कीर्तन एवं भंडारों का आयोजन किया जाता है। जिससे कि भक्तजनों को हनुमान जी की कृपा प्राप्त हो सके और हनुमान जी सभी भक्तों के कष्टों का हरण करें और भयमुक्त व रोगमुक्त जीवन का आशीर्वाद प्रदान करें।
जिन भी जातकों को विवाह में बाधा का सामना करना पड़ रहा है और अगर वह हनुमान चालीसा का पाठ करते हैं तो तुरंत उन्हें इसका त्याग कर देना चाहिए। हनुमान जी ब्रह्मचारी हैं। अगर हम उनका अनुसरण करते हैं, विवाह भी करवाना चाहते हैं तो यह पाठ हमारे विवाह के मार्ग में बाधा उत्पन्न करता है। देव आत्माओं का एक स्वभाव होता है कि जो भी उनका अनुसरण करते हैं वह उस व्यक्ति में अपने समान ही गुणों को विद्यमान करना आरम्भ कर देते हैं। ब्रह्मचारी होने के कारण उनका अनुसरण करने वालों के विवाह मार्ग में बाधा तो उत्पन्न होनी निश्चित ही है। विवाह भी करना चाहते हैं और हनुमान जी की कृपा भी चाहते हैं तो महार्षि भृगु जी ने ज्योतिष विज्ञान के प्राचीन ग्रंथ जो कि सुल्तानपुर लोधी में एक ब्राह्मण परिवार के पास है, उस प्राचीन श्री भृगु संहिता में लिखा एक उपाय इस प्रकार है। हनुमान जी की कृपा प्राप्ति के लिये इस चौपाई का सहारा लेना चाहिए। जिसके प्रभाव से गृहस्थ जीवन की बाधाएं भी समाप्त होंगी और हनुमान जी की पूर्ण कृपा की प्राप्ति भी होगी।
चौपाई- बल बुद्धि विद्या देही मोहु हरहु कलेश विकार
भगवान शिव जी के ग्यारहवें अवतार श्री हनुमान जी को प्रभु श्रीराम जी द्वारा कलयुग के अंत तक पृथ्वीलोक पर निवास करने का वरदान प्राप्त है अर्थात अमरत्व का आशीर्वाद प्राप्त होने के कारण सृष्टि के अंत तक हनुमान जी अपने भक्तों पर कृपा करने के लिये यहीं रहेंगे। जो भी श्रीराम का अनुसरण और उनकी भक्ति के मार्ग पर चलेगा उन पर उनकी विशेष कृपा रहेगी। जहां-जहां पर भी श्रीराम कथा होगी, वहां-वहां पर हनुमान जी की उपस्थिति भी रहेगी। हनुमान जन्मोत्सव पर श्रीराम कथा का गुनगाण अवश्य करें या करवाएं ताकि हनुमान जी की पूर्ण कृपा प्राप्त हो सके और आपके जीवन के हर कष्ट का अंत हो सके।
Sanjay Dara Singh
AstroGem Scientist
LLB., Graduate Gemologist GIA (Gemological Institute of America), Astrology, Numerology and Vastu (SSM)