Edited By Prachi Sharma,Updated: 19 Apr, 2024 06:56 AM
संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बल बीरा यानि हनुमान जी में हर संकट, हर कष्ट को दूर करने की क्षमता है। जो भी सच्चे मन से बजरंगबली की आराधना
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Hanuman Jayanti 2024: ‘संकट कटे मिटे सब पीरा, जो सुमिरै हनुमत बल बीरा’ यानि हनुमान जी में हर संकट, हर कष्ट को दूर करने की क्षमता है। जो भी सच्चे मन से बजरंगबली की आराधना करता है उस पर हनुमान जी एक भी संकट नहीं आने देते हैं। वहीं बता दें कि चैत्र माह की शुक्ल पक्ष की पूर्णिमा तिथि को हनुमान जी का जन्म हुआ था। इसी कारण इस दिन को हनुमान जी के जन्मोत्सव के रूप में मनाया जाता है। इस दिन किए गए पूजा पाठ का फल कई गुना ज्यादा मिलता है। तो आइए जानते हैं इस साल हनुमान जयंती कब है साथ ही इस दिन बनने वाले शुभ योग और पूजन विधि के बारे में भी आपको बताते हैं।
सबसे पहले आपको बता दें कि पूर्णिमा तिथि का आरंभ 23 अप्रैल को प्रातःकाल 03 बजकर 25 मिनट पर होगा और इसका समापन अगले दिन 24 अप्रैल को प्रातःकाल 05 बजकर 18 मिनट पर होगा। उदया तिथि के चलते हनुमान जन्मोत्सव 23 अप्रैल, दिन मंगलवार को पड़ रहा है।
पूर्णिमा तिथि आरंभ- 03.25 AM (23 अप्रैल, 2024)
पूर्णिमा तिथि समापन- 05.18 AM (24 अप्रैल, 2024)
हनुमान जन्मोत्सव- 23 अप्रैल, 2024 (मंगलवार)
बता दें कि इस साल हनुमान जयंती पर बेहद ही दुर्लभ संयोग बन रहा है क्योंकि इस बार हनुमान जयंती मंगलवार को पड़ रही है और मंगलवार हनुमान जी का दिन है। ऐसे में इस दिन पूजा-पाठ करने से व्यक्ति को कई गुना ज्यादा फायदा होगा। वहीं इस दिन वज्र योग का भी निर्माण हो रहा है जिससे इस दिन महत्व और भी बढ़ गया है।
हनुमान जयंती- मंगलवार
वज्र योग
आगे आपको बता दें कि इस साल हनुमान जन्मोत्सव पर बजरंगबली की पूजा का शुभ मुहूर्त सुबह 09 बजकर 03 मिनट से लेकर दोपहर 01 बजकर 58 मिनट तक रहेगा। तो वही अभिजीत मुहूर्त सुबह 11 बजकर 53 मिनट से लेकर दोपहर 12 बजकर 46 मिनट तक रहेगा। इसके अलावा संध्या के समय हनुमान जी की पूजा का समय रात को 08 बजकर 14 मिनट से लेकर 09 बजकर 35 मिनट तक रहेगा।
हनुमान जन्मोत्सव पर पूजा का शुभ मुहूर्त-
9.03 AM – 01.58 PM
अभिजीत मुहूर्त- 11.53 AM – 12.46 PM
08.14 PM – 09.35 PM (संध्या)
चलिए अब जानते हैं इसकी पूजन विधि के बारे में-
सबसे पहले इस दिन सुबह जल्दी उठकर स्नान आदि करके पीले वस्त्र धारण करें और सूर्यदेव को जल अर्पित करें। इसके बाद हनुमान जी के प्रतिमा के सामने बैठकर हाथ में जल लेकर ॐ हं हनुमते नमः मंत्र का उच्चारण करें। फिर दीपक प्रज्वलित करके हनुमान जी की विधिवत पूजा करें, उन्हें केसरी सिंदूर, गुलाल, चंदन, फूल और नारियल अर्पित करें। इसके बाद हनुमान चालीसा या फिर सुंदरकांड का पाठ करें। पाठ करने के बाद बजरंगबली को बूंदी या लड्डू का भोग लगाएं। इससे आपको हनुमान जी की विशेष कृपा प्राप्त होती है।
हिंदू धर्म में हनुमान जयंती का विशेष महत्व है। इस दिन हनुमान जी की विधिवत पूजा करने से व्यक्ति को हर तरह की बाधाओं से मुक्ति मिल जाती है और सुख-समृद्धि की प्राप्ति होती है। इसके साथ ही भगवान श्री राम भी प्रसन्न होते हैं और कुंडली में मंगल ग्रह की स्थिति मजबूत होती है।