Edited By Niyati Bhandari,Updated: 11 Mar, 2022 08:31 AM

होली का त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है, जिसे हर व्यक्ति अपने समय, स्थान और विचारों के अनुसार मनाता है। यह एक राष्ट्रिय त्यौहार है और हिन्दुओं के लिये अति विशेष त्यौहार माना जाता है। यह फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि को होलिका
शास्त्रों की बात, जानें धर्म के साथ
Holika Dahan Muhurat 2022: होली का त्यौहार एक ऐसा त्यौहार है, जिसे हर व्यक्ति अपने समय, स्थान और विचारों के अनुसार मनाता है। यह एक राष्ट्रिय त्यौहार है और हिन्दुओं के लिये अति विशेष त्यौहार माना जाता है। यह फाल्गुन महीने की पूर्णिमा तिथि को होलिका दहन और चैत्र माह के कृष्ण पक्ष की प्रतिपदा तिथि पर फाग या धूलंडी के रूप में मनाया जाता है। पूर्णिमा तिथि 17 मार्च 2022 को दोपहर 1 बजकर 29 मिनट से आरम्भ होकर 18 मार्च को दोपहर 12 बजकर 47 मिनट तक रहेगी। होलिका दहन का अति शुभ मुहूर्त 17 मार्च 2022 को रात 9 बजकर 20 मिनट से लेकर 10 बजकर 31 मिनट तक यानि 1 घंटा 11 मिनट तक रहेगा।

Holika dahan puja vidhi: होली दहन के दौरान अलसी, गेहूं, मटर, चना इत्यादि की बालीयां अगर आपके पास उपलब्ध हों तो उन्हें होलिका दहन में अवश्य भूनना चाहिए एवं बाद में प्रसाद के तौर पर वितरण करना चाहिए। दहन के दौरान वहां मौजूद सभी को होलिका की तीन परिक्रमाएं करनी चाहिए। होलिका दहन के पश्चात इसकी राख को पुरूष द्वारा मस्तक पर तिलक के रूप में और महिलाओं द्वारा गले पर लगाने से आपके ऐश्वर्य में बढ़ौतरी होती है। होली की राख को घर में भी लाकर छिड़कना चाहिए एवं अधजली लकड़ी को घर के किसी गुप्त स्थान पर रखना चाहिए। ऐसा करने से घर की नमारात्मक उर्जा का प्रभाव कम हो जाता है। घर में एक चकौर स्थान को साफ करके वहां पर कामदेव की भी पूजा करने का विधान है।

Sanjay Dara Singh
AstroGem Scientist
LLB., Graduate Gemologist GIA (Gemological Institute of America), Astrology, Numerology and Vastu (SSM)
